भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कई सिस्टम के एक्टिव (system active) और मध्य प्रदेश में मौसम (MP Weather) के बदलने से पिछले 3-4 दिनों से झमाझम का दौर जारी है। पिछले 24 घंटों में एक दर्जन से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई, जिसके चलते एक बार फिर नदियों और तालाबों का जलस्तर (water level) बढ़ गया है। वहीँ ये गतिविधि 2 सितम्बर तक जारी रहेगी। मौसम विभाग (weather department) ने माँगालवर को कई जिलों सहित 4 संभागों में भारी बारिश कि सम्भावना जताई है।
MP, मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश के 13 जिलों और 4 संभागों में भारी बारिश की सम्भावना जताई है। इस सप्ताह की शुरुआत से ही राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश हो रही है। सोमवार को 25 जिलों में बारिश (rain) रिकॉर्ड की गई। जिले के खरगोन, छिंदवाड़ा और भोपाल क्षेत्रों में अधिकतम 1 से 4 इंच तक वर्षा हुई।
बता दें कि मौसम की स्थिति और बिगड़ने और नुकसान होने की संभावना होने पर मौसम एजेंसी ऑरेंज अलर्ट जारी करती है। मौसम विभाग ने आज भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभागों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है वहीँ खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, झाबुआ में भारी बारिश के आसार जताये गए हैं।
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इसके अलावा तेज हवा और गरज चमक के साथ होशंगाबाद, उज्जैन और इंदौर संभाग के अलावा भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा में बारिश देखी जा सकती है। IMD ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में ओडिशा तट के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। मॉनसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी में स्थित है, जबकि पूर्वी छोर बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र तक फैला हुआ है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है।
इन तीनों मौसम प्रणालियों के सक्रिय होने से बड़े पैमाने पर नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इससे पूरे मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश की संभावना है। वहीँ बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। इससे जबलपुर, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर और सागर जिलों में बारिश की संभावना है।
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मध्य प्रदेश में मानसून के सक्रिय होने से टीकमगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं तीन लोग घायल हो गए थे। साथ ही छिंदवाड़ा में कान्हन नदी में आई बाढ़ से लोधी खेड़ा पुल धंस गया है। जिससे 25 गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। वही एमपी में तक 28 इंच बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। मौसम विज्ञान की माने तो उड़ीसा आंध्र में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण मध्यप्रदेश में 2 सितंबर तक इसी तरह बारिश की संभावना जताई गई है। मध्य प्रदेश के अलावा राजधानी दिल्ली सहित बिहार, झारखंड और मुंबई में भारी बारिश देखी जा रही है।