जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई जारी है। लोकायुक्त (Jabalpur Lokayukt) द्वारा लगातार ऐसे कर्मचारियों की धरपकड़ की जा रही है। इसी बीच जबलपुर लोकायुक्त द्वारा तहसील कार्यालय में सहायक ग्रेड 2, ग्रामीण अनुविभागीय अधिकारी बाबू इंद्रजीत सिंह धुरिया को लोकायुक्त पुलिस द्वारा रिश्वत (jabalpur bribe) लेते रंगे हाथों दबोचा गया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी बाबू मुआवजा राशि स्वीकृत करने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था।
इस मामले में तिलवारा घाट निवासी 30 वर्षीय विकास दुबे द्वारा ग्रामीण अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय के बाबू इंद्रजीत सिंदुरिया के खिलाफ रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था। विकास दुबे ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की थी। लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक आवेदक विकास दुबे के पिता कृष्ण कुमार दुबे का ग्राम घाना में चार दुकानें पक्की बनी हुई है।
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तिलवारा घाट की प्लॉट का अधिकरण किया गया। जिसकी मुआवजा राशि का भुगतान अब तक नहीं किया गया था। अधिकरण की मुआवजा राशि 1 लाख 94 हजार रुपए स्वीकृत की गई थी। आवेदक विकास दुबे की स्वीकृत मुआवजा राशि निकलवाने के एवज में आरोपी ग्रेड दो, ग्रामीण अनुविभागीय अधिकारी बाबू इंद्रजीत सिंह धुरिया द्वारा 5000 रिश्वत की मांग की गई थी।
जिसकी शिकायत के बाद लोकायुक्त ने सहायक ग्रेड 2 के मामले में छानबीन की। इस दौरान मामले की सत्यता सामने आने के बाद लोकायुक्त द्वारा सहायक ग्रेड 2 को पकड़ने के लिए प्लान तैयार किया गया और प्लान के तहत तहत लोकायुक्त द्वारा सहायक ग्रेड दो बाबू इंद्रजीत सिंह धुरिया को दबोचा गया।