भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश परीक्षा (MP Board Exam system) सिस्टम में बदलाव हो रहा है। शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा नई तकनीक अपनाई जा रही है। इसी बीच 9वी और 11वीं कक्षा की तिमाही और छमाही परीक्षा के पेपर भी एक समान होंगे। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। साथ ही कंपाइल क्वेश्चन बैंक तैयार किया जा रहा है।
9वी और 11वीं कक्षा के तिमाही और छमाही परीक्षा के पेपर प्रदेश भर में समान तरीके से तैयार किए जाएंगे। विभाग ने इसके लिए आदेश जारी किया है। वहीं छमाही परीक्षा के लिए हर स्कूल से 10-10 प्रश्न बनवाए जाएंगे। इसके अलावा बच्चों से तिमाही छमाही परीक्षा के लिए दो बार 100 रूपए फीस लेने का जिक्र किया गया है।
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वही 9वी और 11वीं तिमाही और छमाही परीक्षा के लिए पेपर सेट कराने का काम सीपीआई लेवल पर किया जाएगा और इसकी प्रिंटिंग का काम ओपन स्कूल बोर्ड को सौंपी गई है। बता दें कि प्रदेश भर में 9वी और 11वीं के कुल 20 लाख से ज्यादा छात्र तिमाही परीक्षा में शामिल होंगे।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रयास किया जा रहा है। 9वी और 11वीं की तिमाही छमाही परीक्षा के पेपर एक समान रखने से शिक्षा सुधार की स्थिति निर्मित होगी। साथ ही कमजोर छात्रों के लिए रेमेडियल क्लासेज भी तैयार की जाएगी।
वर्तमान की स्थिति की बात है जो 9वी और 11वीं कक्षा की सालाना परीक्षा के पेपर एक समान रूप में लिए जाते थे। वहीं 2006 में हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के परिणाम 31 फीसद आने के बाद प्रदेश भर में स्थिति गंभीर हो गई थी। जिसके साथ ही प्रदेश लेवल पर पेपर सेट करने की व्यवस्था की गई थी। अब एक बार फिर से पेपर सेट करने कल काम सीपीआई लेवल पर किया जाएगा। जिसमें 1 छात्र से ₹100 फीस ली जाएगी। इस फीस में 65% हिस्सा जहां ओपन स्कूल बोर्ड का रहेगा। वहीं 5% संयुक्त संचालक दफ्तर, 10 बीईओ ऑफिस, 20 प्रतिशत हिस्सा स्कूल के हिस्से में आएंगे।