भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश की कॉलेज (MP College) में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दरअसल कॉलेज अलॉटमेंट नीति लागू होने के बाद कई सीटें खाली रह गई है। जिसके बाद अब इसके लिए गाइडलाइन (Guideline) जारी की गई है। जारी गाइडलाइन में 40 हजार से ज्यादा सीटों पर एडमिशन का रास्ता साफ हो गया है।
दरअसल अकेले इंदौर में 40 हजार से ज्यादा सीटें खाली है। जिस पर प्रवेश की प्रक्रिया के लिए उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) में नई गाइडलाइन जारी की है। जारी गाइडलाइन में ऐसी सुविधा है, जिससे कि छात्र को जो कॉलेज चाहिए। एमपी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (MP Online Registration) के दौरान उसकी चॉइस फिलिंग (Choice filling) कर सकेंगे। इसके बाद उसके Link सीधे संबंधित कॉलेजों में खोली जाएगी और मेरिट के आधार पर छात्र को सीधे एडमिशन दिया जाएगा।
उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से जारी गाइडलाइन में स्पष्ट किया गया है कि अलॉटमेंट भोपाल से नहीं होगा। कॉलेज में ही एडमिशन की लिस्ट तैयार होगी। इसी तरह अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन के बाद सीधे प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इंदौर के 12 सरकारी सहित एक दर्जन से अधिक अनुदान प्राप्त कॉलेजों के अलावा 80 कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। अंतिम चरण पूरा होने के बाद 19000 से ज्यादा छात्रों को कॉलेज अलॉट नहीं हो पाया है। जिसके बाद हम उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नवीन गाइडलाइन जारी की गई है।
वहीं अल्पसंख्यक कॉलेज में 20,000 से ज्यादा सीट रिक्त होने की वजह से इस गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। जारी गाइडलाइंस के मुताबिक छात्र 19 जुलाई से रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे इसके लिए 30 जुलाई तक की समय सीमा निर्धारित की गई है। हालांकि आवेदन के साथ किसी भी तरह के डॉक्यूमेंट को अटैच नहीं करना होगा। इसके अलावा 19 जुलाई से 30 जुलाई तक ऑनलाइन दस्तावेज सत्यापन का कार्य पूरा किया जाएगा।
वहीं छात्र त्रुटि सुधार की भी पात्रता रखेंगे। 1 जुलाई को कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन लिस्ट कॉलेज ऑफिसियल वेबसाइट पर जारी की जाएगी। 1 से 5 जुलाई के अंदर छात्रों को फीस जमा कर प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा करना होगा।गाइडलाइन में स्पष्ट किया गया है कि अब प्रवेश के लिए सभी खामियों को दूर किया गया है। बता दें कि पिछले सप्ताह एडमिशन प्रक्रिया के मामले में तकनीकी खामियां देखने को मिली थी। जिससे कॉलेज और छात्रों द्वारा नाराजगी जताई गई थी।
हालांकि अब छात्रों को कॉलेज अलॉटमेंट के मैसेज मिलने शुरू हो जाएंगे। इससे पहले छात्रों को College Allotment के मैसेज नहीं मिल रहे थे जबकि दस्तावेज सत्यापन तकनीकी कारण बताकर निरस्त किया जा रहा था। जिसे अब दूर किया गया है। इसके अलावा CLC राउंड में खाली सीटों की तुलना में एलॉटमेंट मात्र 20 से 30 फीसद दिया जा रहा था। अब कॉलेज सभी सीटों की लिस्ट जारी कर सकेंगे।
मेरिट में होने पर कई छात्रों को पहली दूसरी पसंद की कॉलेज नहीं मिल रहे थे। अब कॉलेज स्तर पर इसका अलॉटमेंट किया जाएगा। वही सीएलसी राउंड में जो कॉलेज लेवल पर होता है। उसे भोपाल स्तर पर किया जा रहा था. जिसमें प्राचार्य को अधिकार नहीं दिए गए थे। हालांकि अब इसके लिए प्राचार्य को अधिकार दिए गए हैं। जिसके बाद अब अलॉटमेंट भोपाल से नहीं आएगा। कॉलेज में ही एडमिशन की लिस्ट जारी की जाएगी।