भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में MP College में पिछले साल से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू (NEP 2020) कर दी गई है। NEP 2020 के लागू होने के साथ ही कॉलेज में प्रवेश को लेकर भी कई तरह के बदलाव देखने को मिले हैं। हालांकि इन बदलाव का खासा असर Arts के छात्रों में दिख रहे। दरअसल छात्रों की पहली पसंद कला विषय बनी हुई है जबकि दूसरे पर साइंस और तीसरे पर कॉमर्स के लिए छात्रों का रुझान देखा जा रहा है। मध्य प्रदेश में इस वर्ष यूजी पीजी में एडमिशन (UG-PG Admission) की प्रक्रिया शुरू की गई थी लगभग 8लाख सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है। इसमें 1321 निजी और सरकारी कॉलेजों की सीट भरे जाएंगे।
इन सीटों पर सबसे पहले कला संकाय को लेकर एडमिशन में तेजी देखी जा रही है। दूसरे चरण के सीएलसी के बाद यूजी में लगभग 1 लाख छात्रों ने कला विषय का चुनाव किया है जबकि 53 हजार छात्रों द्वारा विज्ञान और 38 हजार द्वारा कॉमर्स में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की गई। NEP 2020 के लागू होने के बाद पीजी में इस वर्ष 32 हजार छात्र ने कला विषय जबकि 15000 छात्र विज्ञान और 7 हजार ने वाणिज्य का चयन किया है। हालांकि पहले चरण में छात्रों में प्रवेश को लेकर खासा उत्साह नजर नहीं आ रहा था जबकि दूसरे चरण के कॉलेज लेवल काउंसलिंग के बाद यूजी और पीजी में सीटों को भरने का सिलसिला शुरू हो गया है।
दूसरे चरण में यूजी और पीजी में अब तक 2,60,000 छात्रों द्वारा प्रवेश किया गया। हालांकि अभी 6 लाख सीटें खाली है। जिसको भरने के लिए नवीन नीति अपनाई जा सकती है। तीसरे चरण के सीएलसी राउंड में प्रवेश की तारीख बुधवार थी जिसके बाद प्रवेश का आंकड़ा 200000 के पार पहुंच गया है। इस मामले में विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी धीरेंद्र शुक्ला का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद छात्रों का रुझान कला की तरफ विशेष रूप से बड़ा है। 2 साल में कला विश्व में सबसे अधिक छात्रों द्वारा प्रवेश लिए गए हैं। वहीं NEP 2020 के तहत सभी संकाय में छात्रों की पसंद के अनुसार कोर्स तैयार किए गए हैं। छात्रों में वोकेशनल कोर्स का रुझान भी तेजी से बढ़ा है।
मध्य प्रदेश के 2022-23 सत्र के लिए कॉलेजों की संख्या 1321 है। जिसमें यूजी के लिए सीट 626019 दर्ज किए गए, प्रथम चरण के लिए कुल पंजीयन 204463 पदों पर हुआ है जबकि दो चरण में कुल प्रवेश 201031 दर्ज किए गए हैं।इधर पीजी के लिए सीटों की संख्या 163000 निर्धारित की गई है। प्रथम चरण में कुल पंजीयन 63000 15 दिन हुए हैं अब तक कुल प्रवेश की बात करें तो आंकड़ा 59000 है। हालांकि फिलहाल मध्य प्रदेश के कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया जारी है।