भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) के महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) द्वारा स्व सहायता समूह (self help group) को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल स्व सहायता समूह की महिलाएं जनवरी 2022 से आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) में पोषण आहार संयंत्र में सप्लाई शुरू करेंगी। एमपी एग्रो (MP Agro) ने 3 सयंत्रों को राज्य आजीविका मिशन को सौंप दिया है। जिसके बाद आजीविका मिशन ने महिला स्व सहायता समूहों को अगले महीने से पोषण आहार देने के लिए पत्र प्रेषित किया है।
दरअसल जनवरी 2022 सिद्धार्थ दिवस और होशंगाबाद सहित शिवपुरी में पोषण आहार संयंत्र में उत्पादन शुरू होने के बाद पोषण आहार का सप्लाई शुरू किया जाएगा इसके अलावा सागर रीवा और मंडला के संयंत्रों को भी जनवरी अंत तक एमपी एग्रो से वापस ले लिया जाएगा।
बता दे भोपाल संभाग के 5 जिलों को छोड़कर प्रदेश के सभी हिस्सों में स्व सहायता समूह पोषण आहार उपलब्ध कराएंगे। वहीं मध्यप्रदेश में 97,135 आंगनबाड़ी केंद्र है। जिसमें हर महीने औसतन 1000 से अधिक टन पोषण आहार उपलब्ध कराए जाते हैं।
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दरअसल प्रदेश में ठेकेदार मुक्त पोषण आहार व्यवस्था शुरू करने के लिए एमपी एग्रो से संयंत्रों की जिम्मेदारी वापस लेकर स्व सहायता समूह को सौंपी गई है। वही पोषण आहार अवस्था के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 माह से 3 साल के बच्चे, गर्भवती महिला और किशोर को टेक होम राशन उपलब्ध कराए जाते हैं।
जनवरी 2022 के अंत तक प्रदेश के सभी 7 सरकारी पोषण आहार संयंत्र स्व सहायता समूह को सौंप दिए जाएंगे। इधर भोपाल संभाग के भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा और राजगढ़ जिले में सहायता समूह की जगह एमपी एग्रो अपने संयंत्र से पोषण आहार का सप्लाई करेगा।