MPPSC : 4 साल, 1400 पद और 10 भर्ती परीक्षाओं का आयोजन, खर्च हुए 68.46 करोड़ रुपए, फाइनल परिणाम पर संशय बरकरार

Kashish Trivedi
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में ओबीसी आरक्षण (MP OBC Reservation) मुद्दे का सीधा सीधा असर युवाओं के रोजगार(youth employment)  पर पड़ रहा है। बीते 4 सालों में मध्यप्रदेश में कई हजार पदों पर भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया लेकिन इसके लिए परिणामों की घोषणा नहीं की जा सकी। वहीं MPPSC द्वारा जिन परीक्षाओं के लिए परिणाम की घोषणा की गई, उसमें भी समय-समय पर संशोधन होते रहे। जिसका परिणाम यह हुआ कि पिछले 4 साल में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा आयोजित करने में 68 करोड़ रुपए खर्च किए गए लेकिन एक भी उम्मीदवार को नौकरी नहीं मिली है।

बता दें कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा बीते 4 सालों में 10 परीक्षाओं का आयोजन किया गया। इन परीक्षाओं के आयोजन में करोड़ों रुपए खर्च किए गए लेकिन एक के भी फाइनल परिणाम सामने नहीं आए हैं। वही किसी भी उम्मीदवार को नौकरी नहीं मिलना, इससे भी अधिक चिंता का विषय है। MPPSC की परीक्षाएं कई विवादों के अलावा ओबीसी आरक्षण में भी फंसी हुई है। ओबीसी आरक्षण पर लगातार उठ रहे मुद्दे युवाओं के भविष्य में एक बड़ा रोड़ा साबित हो रहे हैं।


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