भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में एक बार फिर से नगरीय निकाय चुनाव (urban body elections) की तैयारियां तेज कर दी गई है। Corona के कम होते मामले को देखते हुए राज्य सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द प्रदेश में नगर निकाय चुनाव संपन्न कराया जाए। वही नगर निकाय चुनाव में अध्यक्ष व महापौर के चयन पर अब BJP प्रदेशाध्यक्ष VD Sharma का बड़ा बयान सामने आया है।
दरअसल मीडिया से चर्चा के दौरान BJP प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा ने कहा कि बीजेपी पूरी तरह से तैयार है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा शुक्रवार को संभागीय कार्यालय में कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने जबलपुर पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया द्वारा नगर निकाय चुनाव में अध्यक्ष व महापौर के चुनाव के बारे में उनसे सवाल पूछा गया। जिस पर वह असहज नजर आए। VD Sharma ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव में अध्यक्ष और महापौर के चुनाव की प्रक्रिया क्या होगी। इसका फैसला केंद्रीय निर्वाचन आयोग (central election commission) और राज्य निर्वाचन आयोग (state election commission) द्वारा किया जाएगा।
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ज्ञात हो कि कमलनाथ सरकार (kamalnath government) के दौरान कमलनाथ ने नगरीय निकाय चुनाव में अध्यक्ष और महापौर के चुनाव अप्रत्यक्ष ढंग से कराने के फैसले दिए थे। हालांकि इस दौरान शिवराज और बीजेपी ने उनके इस फैसले का कड़ा विरोध किया था और इस मामले में राज्यपाल तक से मुलाकात कर ली गई थी। इतना ही नहीं प्रदेश में शिवराज सरकार बनते ही उन्होंने कमलनाथ के इस फैसले को बदलते हुए अधिसूचना जारी कर दी थी। हालांकि विधानसभा में इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली थी और अब इसी का फायदा उठाकर शिवराज सरकार ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है।
अपने लिखे पत्र में शिवराज सरकार ने प्रदेश में नगरीय निकाय के चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराए जाने की बात कही है। वहीं राज्य निर्वाचन आयोग की माने तो नगरीय निकाय चुनाव पहले होंगे। उसके बाद पंचायत के चुनाव करवाए जाएंगे। नगरीय निकाय आयुक्त का कहना है कि यदि Corona की तीसरी लहर प्रदेश को प्रभावित नहीं करती है तो सितंबर अक्टूबर में चुनाव करा लिए जाएंगे। उसके बाद ही पंचायत चुनाव (panchayat election) की तैयारी शुरू की जाएगी।
बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश में महापौर अध्यक्ष के चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होते रहे हैं लेकिन कमलनाथ सरकार ने अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने का फैसला किया था। हालांकि शिवराज सरकार भी कांग्रेस की राह पर नजर आ रही है।