एसीएस की शपथ हवा में, दो दिन बाद ही ग्वालियर में 107 बार ट्रिपिंग,13 घंटे बिजली रही गुल

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ग्वालियर । पिछले लंबे अरसे से बिजली संकट से लगभग निजात पा चुके मध्यप्रदेश में एक बार फिर बिजली जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। लगातार हो रही घोषित और अघोषित बिजली कटौती की शिकायतों के बाद ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने पिछले दिनों बिजली कंपनी के अधिकारियों को शपथ दिलवाई थी कि बिजली नहीं जानी चाहिए, इसके लिए इंजीनियर्स फील्ड में काम करेंगे । लेकिन एसीएस की शपथ को विभाग पर कोई असर नहीं हुआ और दो दिन बाद ही ग्वालियर सर्किल में 107 बार ट्रिपिंग हुई और 13 घंटे बिजली आपूर्ति बंद रही । वहीं 28 बार अघोषित बिजली कटौती की गई। 

ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव आईसीपी केसरी ने बीती 9 अप्रैल को गुना में ग्वालियर रीजन के कार्यों की समीक्षा की थी । समीक्षा बैठक में घोषित और अघोषित कटौती मुख्य मुद्दा थी। एसीएस के सामेने अधिकारियों ने जो रिपोर्ट पेश की उस हिसाब से स्थिति चिंताजनक निकली । जिसके बाद एसीएस ने बिजसी कंपनी के सभी अधिकरियों से शपथ ली अब बिजली नहीं जानी चाहिए । इंजीनियर्स फील्ड पर काम करेंगे। लेकिन उनकी दिलाई शपथ का अधिकारियों पर  कोई असर नहीं हुआ। दो दिन बाद 11 अप्रैल को जब सॉफ्टवेयर के माध्यम से शट डाउन और ट्रिपिंग की रिपोर्ट निकाली गई तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। जिसने स्पष्ट कर दिया कि एसीएस की नसीहत को अफसरों ने सीरियस नहीं लिया, फील्ड में इंजीनियर्स नहीं दौड़े जिसका नतीजा ये हुआ कि केवल ग्वालियर शहर में ही 107 बार ट्रिपिंग हुई, 13 घंटे तक बिजली आपूर्ति बंद रही और 28 बाग अघोषित कटौती की गई । गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों को देखते हुए सरकार ने 1 अप्रैल से घोषित कटौती पर भी रोक लगा दी है साथ ही 12 मई तक लाइन पर परमिट भी नहीं दिया जाना है लेकिन परमिट भी लिए जा रहे हैं जिसका कारण ट्रांसफार्मर और सब स्टेशन के उपकरण बदलना बताया जा रहा है। 


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