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Wed, Dec 17, 2025

हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जा रहा पानी, कंक्रीट ब्लॉक बहे, यमुना में बढ़ा जलस्तर!

Written by:Vijay Choudhary
Published:
यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज से 80 घंटे से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा और 12 गांवों में भूमि कटाव हुआ। अधिकतम 3.29 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ। अधिकारी बैराज को सुरक्षित मान रहे हैं और 24 घंटे निगरानी के आदेश जारी किए गए हैं।
हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जा रहा पानी, कंक्रीट ब्लॉक बहे, यमुना में बढ़ा जलस्तर!

हरियाणा के यमुनानगर में हथिनी कुंड बैराज से बीते 80 घंटे से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इससे दिल्ली तक यमुना का जलस्तर बढ़ गया है और आसपास के गांवों में भूमि कटाव की समस्या गहरा रही है। हालांकि अधिकारी इसे बैराज के लिए खतरा नहीं मान रहे हैं।

दरअसल, 1 सितंबर को सुबह चार बजे हथिनी कुंड बैराज के गेट खोले गए थे, जब पानी का स्तर 1 लाख 65 हजार क्यूसेक पहुंचा। इसके बाद लगातार डिस्चार्ज जारी है। इस दौरान अधिकतम 3 लाख 29 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दबाव इतना रहा कि बैराज की सुरक्षा के लिए लगाए गए उत्तर प्रदेश की ओर कंक्रीट ब्लॉक बह गए। हालांकि, सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने साफ किया कि बैराज को किसी तरह का खतरा नहीं है और पानी कम होते ही मरम्मत शुरू होगी।

गांवों में भूमि कटाव से बिगड़े हालात

लगातार बहते पानी ने यमुनानगर जिले के एक दर्जन से ज्यादा गांवों को प्रभावित किया है। कमालपुर टापू, पोबरी, लाकड़, बंजारा बॉस, उन्हेड़ी, बीबीपुर और कालेश्वर जैसे गांवों में सैकड़ों एकड़ जमीन यमुना में समा चुकी है। पोबरी और कमालपुर टापू में तो पानी आबादी के करीब तक पहुंच गया था। विभाग ने यहां प्रोटेक्शन वर्क शुरू किया, जिससे हालात फिलहाल काबू में हैं।

फ्लड लेवल और पिछले साल की तुलना

सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर आर.एस. मित्तल ने बताया कि एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी को लो फ्लड, डेढ़ लाख से मीडियम फ्लड और ढाई लाख से ज्यादा को हाई फ्लड कहा जाता है। इस बार 18 घंटे तक हाई फ्लड की स्थिति रही, जबकि 80 घंटे से मीडियम फ्लड का डिस्चार्ज जारी है। उन्होंने याद दिलाया कि 2023 में यमुना में 3 लाख 59 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो 97 घंटे चला था। इस बार भी पानी की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

सतर्कता और सुरक्षा के आदेश

स्थिति को देखते हुए सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहने के आदेश दिए हैं। आर.एस. मित्तल ने लोगों से अपील की है कि वे यमुना किनारे न जाएं और बच्चों को भी वहां न जाने दें। हाल ही में बेलगढ़ में पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो चुकी है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि पूरी सतर्कता बरती जा रही है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।