राज्य के कर्मचारियों की बड़ी तैयारी, पुरानी पेंशन-वेतनमान और एरियर समेत कई मांग, 22 को हड़ताल

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MP Employees News: मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारी एक बार फिर राज्य की शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है। मध्य प्रदेश कर्मचारी संघ विधानसभा सत्र के दौरान 22 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे। लाखों अनियमित कर्मचारी स्थाई कर्मी भोपाल के चिनार पार्क में धरना प्रदर्शन करेंगे।

दरअसल, प्रदेशभर के शासकीय विभागों में कार्यरत लाखों अनियमित कर्मचारी स्थाई कर्मी अपनी 6 सूत्री मांगों के समर्थन में 22 दिसंबर 2022 को 1 दिन का अवकाश लेकर विधानसभा सत्र के दौरान हड़ताल पर रहेंगे तथा पूरे प्रदेश के कोने-कोने से भोपाल पहुंचकर भोपाल के लिंक रोड नंबर 1 स्थित चिनार पार्क में एकत्रित होकर विशाल धरना देंगे और मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे।

मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने पत्रकार वार्ता में बताया कि सरकार शासकीय विभागों में कार्यरत कर्मचारियों स्थाई कर्मियों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को 10 साल की सेवा पूरी करने के बाद भी नियमित नहीं कर रही है बल्कि अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण के अधिकारों का हनन करके वर्तमान में शासकीय विभाग को रिक्त पदों पर सीधी भर्ती कर रही है।

ये है प्रमुख मांगे

  • 1 लाख शासकीय पदों पर सीधी भर्ती पर रोक लगाकर अनियमित कर्मचारी, स्थायी कर्मी और दैनिक वेतन भोगी को नियमित किया जाए।
  • 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों, स्थाई कर्मियों और पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए, एनपीएस वापस ली जाए।
  • स्थायी कर्मियों को छठवें वेतन के लागू होने से छठवें वेतनमान का लाभ दिया जाए। 2016 से सातवें वेतनमान का लाभ एरियर सहित दिया जाए।
  • दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को 2004 से न्यूनतम वेतनमान का लाभ एरियर सहित दिया जाए।
  • अनियमित कर्मचारियों, स्थाई कर्मियों, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों, अंशकालीन कर्मचारियों को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ दिया जाए।
  • प्रदेश के समस्त विभागों के अंशकालीन कर्मचारियों, वन सुरक्षा श्रमिकों को कलेक्टर दर का न्यूनतम वेतनमान दिया जाए और स्थायी वर्गीकृत किया जाए।

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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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