भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में आगामी उपचुनाव (MP Upcoming By-election) से पहले सियासी गलियारों में बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव (Arun Yadav) ने भले ही एक ट्वीट कर विराम लगा दिया है, लेकिन बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है। एक तरफ अरुण यादव के ट्वीट पर कांग्रेस नेता (Congress Leaders) बधाई और शाबाशी दे रहे है वही दूसरी तरफ बीजेपी (MP BJP) तीखें वार करने से नही चूक रही है।
मध्य प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर (Madhya Pradesh BJP media in-charge Lokendra Parashar) ने ट्वीट कर तंज भरे लहजे में यादव को शाबाशी तो दी है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को आड़े हाथों भी ले लिया है। लोकेंद्र पाराशर ने दिग्विजय सिंह पर ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए लिखा है कि शाबाश अरुण! आप #यादव जरूर हो लेकिन उनके सुर में सुर मिलाकर #बंसी बजा रहे हो जिन्होंने आपके पिताजी का लगातार सरासर अपमान किया। काबिल होने के बावजूद उन्हें इन्हीं दिग्विजय सिंह और उनके गुरु अर्जुन सिंह ने मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया। सिर्फ इसलिए कि #सुभाषजी पिछड़े वर्ग से आते थे।
दरअसल, मध्य प्रदेश में 3 विधानसभा सीटों और 1 लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले सियासी गलियारों में अटकलें तेज हो गई थी कि पूर्व सांसद व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे अरुण यादव ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की तरह BJP में शामिल होकर कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकते है, लेकिन इन अटकलों को हवा मिलती इससे पहले ही अरुण यादव ने एक ट्वीट कर पूर्ण विराम लगा दिया।रविवार सुबह मित्रता दिवस के मौके पर अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा कि मेरे शरीर व परिवार के रक्त की एक-एक बूंद में कांग्रेस विचारधारा का प्रवाह होता है, मुझ सहित समूचे परिवार के नाम के आगे “यादव” लिखा जाता है “सिंधिया” नहीं । अलगाववादी ताकतों को मुंह की खाना पड़ेगी।
इतना ही नहीं यादव के ट्वीट करते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शाबाशी और बधाई देना शुरु कर दिया। दिग्विजय सिंह ने रीट्वीट करते हुए लिखा कि शाबाश अरुण आपसे यही हम सभी लोगों की उम्मीद है।वही रामनिवास रावत ने लिखा कि भैया आपसे उम्मीद थी,आगे भी है ओर रहेगी, जय कांग्रेस।वैसे आपको बता दे कि इन चर्चाओं को इसलिए बल मिला है, क्योकि आने वाले दिनों में खंडवा लोकसभा सीट (Khandwa Lok Sabha seat) पर उपचुनाव होने है और अरुण यादव कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जा रहे है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamal Nath) साफ कर चुके है कि टिकट का फैसला सर्वे के आधार पर किया जाएगा।अब देखना है कि ये राजनीति और कयास किस ओर मोड लेते है।