एयरफोर्स की वेबसाइट पर अपलोड की जानकारी के अनुसार, अग्निवीरों को सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनीफार्म एलाउंस, कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा भी मिलेगी। ये सभी सुविधाएं एक स्थायी सैनिक को भी मिलती हैं। वायुसेना में भर्ती होने के बाद अग्निवीरों की ट्रेनिंग सेना की जरूरतों के अनुसार होगी।
इसके अलावा अग्निवीरों को सेवा काल के दौरान ट्रेवल एलाउंस, साल में 30 दिन की छुट्टी और मेडिकल लीव भी मिलेगी। चार साल के कार्यकाल के दौरान ड्यूटी पर यदि किसी अग्निवीर की मृत्यु होती है तो उसके परिवार को इन्श्योरेंस कवर मिलेगा, जिसके तहत तहत उसके परिवार को करीब 1 करोड़ रुपये मिलेंगे।
25 फीसदी अग्निवीरों को रेगुलर कैडर
चार साल की सर्विस के बाद अग्निवीरों की परफॉरमेंस को ध्यान में रखते हुए 25 फीसदी को रेगुलर कैडर में लिया जाएगा। वायुसेना की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक, वायुसेना में अग्निवीरों की भर्ती एयर फोर्स एक्ट 1950 के तहत 4 साल के लिए होगी। वायुसेना में अग्निवीरों की एक अलग रैंक होगी जो मौजूदा रैंक से अलग होगी। भर्ती के समय उम्र 18 साल से कम होने पर उन्हें अपने माता-पिता या अभिभावक से अपने नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर कराना होगा।
अपनी सेवा के दौरान अग्निवीर सेना में मिलने वाले सारे सम्मान और अवॉर्ड के हकदार होंगे। सेवा खत्म होने पर एक विस्तृत स्किल सर्टिफिकेट अग्निवीरों को दिया जाएगा।
अगर सेवा के दौरान मृत्यु या विकलांग हो जाते है तो …
अग्निपथ स्कीम के अनुसार, अग्निवीरों को 4 साल की सेवा अवधि के दौरान कुल 48 लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा। सेवा के दौरान मृत्यु होने पर अग्निवीरों के परिवार को करीब 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। इसके अलावा चार साल की नौकरी में जितनी सेवा बची रहेगी उसकी सैलरी भी अग्निवीर के परिवार को दी जाएगी।
यदि ड्यूटी के दौरान कोई अग्निवीर विकलांग हो जाता है तो, उसे एक्स-ग्रेशिया के तहत 44 लाख रुपये मिलेंगे और साथ में उसकी जितनी नौकरी बची होगी, उस हिसाब उसकी पूरी सैलरा मिलेगी। इसके अलावा सेवा निधि का पैकेज भी मिलेगा।