भोपाल।
मध्य प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंगार ने मंत्रालय पहुंचकर बुधवार को पदभार संभाला। इस दौरान उन्होंने कहा कि वन में होने वाले अपराधों को रोकना उनकी प्रथमिकता रहेगी। जंगलों में होने वाली अवैध माइनिंग पर नकेल कसेंगे। यही नहीं, लंबे समय से प्रदेश को गुजरात के शेरों का इंतजार है। वन मंत्री ने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही गुजरात के गिर से शेरों को लाने का प्रयास करेंगे। वही गुजरात सरकार के शेर देने पर हो रही देरी पर उन्होंने कहा कि जब प्रदेश से गुजरात में नर्मदा का पानी लिया जा रहा है तो शेर देने में क्यों ऐतराज हो रहा है।
दरअसल, आज कमलनाथ सरकार में वन मंत्री उमंग सिंगार ने मंत्रालय पहुंचकर अपना पदभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने भरोसा भी दिलाया की गिर के शेर मध्य प्रदेश लाने के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे। वन मंत्री उमंग सिंगार ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता वनो में हो रहे अपराधों को रोकना है। उन्होंने भरोसा दिलाया की गिर के शेर मध्य प्रदेश लाने के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे। वन क्षेत्रों में अवैध माइनिंग रोकना प्राथमिकता में है। उन्होंने अधिकारियों को भी चेताया की जंगल में ड्यूटी नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। नर्मदा परिक्रमा के दौरान भाजपा सरकार द्वारा करीब सात करोड़ रोपे गए पौधों के जांच और समीक्षा कराई जाएगी । उन्होंने कहा कि हॉफ की नियुक्ति आजकल में हो जाएगी।
बताते चले कि शिवराज सरकार में स्वर्गीय केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल माधव दवे ने भी गिर के शेर मध्य प्रदेश लाने की बात कही थी।लेकिन इस बीच उनका निधन हो गया और बात बीच मे ही अटक आई, लेकिन इसका जिम्मा अब कांग्रेस ने उठाया है। वनमंत्री ने जनता को भरोसा दिलाया है कि वे गिर के शेर मध्यप्रदेश में जरुर लाएंगें।अगर ऐसा होता है तो बीते दस सालों से देखा गया यह सपना इस साल जरुर पूरा होगा।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लंबे समय से मांग की जा रही इन शेरों को लाने में अभी कितना वक्त लगेगा।
गौरतलब है कि एशियाई शेरों की बसाहट के लिए 2003 से तैयार कूनो सेंक्चुरी अब नेशनल पार्क बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में हुई वन विभाग के अधिकारियों की बैठक में कूनो को नेशनल पार्क बनाने का फैसला लिया गया है। राज्य सरकार जल्द ही नोटिफिकेशन जारी करेगी। इसके साथ ही गुजरात के गिर अभयारण्य से बब्बर शेरों की शिफ्टिंग को लेकर शीघ्र केंद्र सरकार से चर्चा की जाएगी इसके बाद एम्पाॅवर कमेटी कूनो का दौरा करने आएगी। कूनो को नेशनल पार्क बनाने के लिए इसमें शिवपुरी को जोड़कर 413 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल बढ़ाया गया है।