इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्य प्रदेश (MP) की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में इन दिनों कांग्रेस विधायकों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है जहां 2 दिन पहले पूर्व मंत्री व राउ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी पर निगम अधिकारियों व कर्मचारियों के विवाद के बाद राजेंद्र नगर थाने पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। वही अब इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला पर FIR का साया मंडराता नजर आ रहा है।
दरअसल शुक्रवार को इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के वार्ड क्रमांक 14 में बीजेपी की पूर्व पार्षद नीता शर्मा और कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हुआ है। बताया जा रहा है कि वार्ड 14 की ओम विहार कॉलोनी में जलजमाव की स्थिति के चलते रहवासियों ने बीजेपी की पूर्व पार्षद को शिकायत की थी वहीं कांग्रेस विधायक के पास भी ये शिकायत पहुंची थी।
जिसके बाद कांग्रेस विधायक ने जेसीबी की सहायता से लोगों को समस्या से निजात दिलाने का प्रयास किया और बहुत हद तक वो उसमे सफल भी रहे। इधर बीजेपी की पूर्व पार्षद नीता शर्मा क्षेत्रीय रहवासियों के साथ पल्हर नगर जोन पर शिकायत लेकर लोगो के साथ पहुंची।इसी दौरान दोनों ही जनप्रतिनिधियों का आमना सामना हो गया और मौके पर ही दोनों के बीच जमकर बहस शुरू हो गई । इस नोकझोंक के दौरान रहवासी और समर्थक भी दोनों जनप्रतिनिधियों के साथ मौजूद थे।
बता दे कि बहस ने जब विवाद का रूप अख्तियार कर लिया मामला बढ़ गया और शनिवार को बीजेपी की पूर्व पार्षद के समर्थन में बीजेपी महिला मोर्चा उतर आया। महिला मोर्चा की नेत्रियों और कार्यकर्ताओं ने एरोड्रम थाने पर विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन कर प्रकरण दर्ज करने की मांग की है।
बीजेपी के पूर्व पार्षद नीता शर्मा की माने तो कांग्रेस विधायक का व्यवहार ठीक नही था और बेवजह वो समस्या को राजनीतिक रंग देकर माहौल अपने पक्ष में करने में जुट गए थे। पूर्व पार्षद ने कड़ी कार्रवाई की मांग भी पुलिस से की है। वही बीजेपी महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष पदमा भोजे ने कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला पर सवाल उठाते हुए और पुलिस से मांग की है कि विधायक पर जान से मारने की धमकी, गाली गलौच और अभद्रता को ध्यान में रखते हुए FIR दर्ज करने की मांग की है।
उन्होंने चेतावनी भी दी है कि यदि जल्द ही पुलिस एक्शन नही लेती है तो बीजेपी महिला मोर्चा उग्र प्रदर्शन करेगा। इसके अलावा उन्होंने शहर में धारा 144 लागू होने के बावजूद पूर्व पार्षद का पुतला कांग्रेस विधायक के समर्थक द्वारा दहन किये जाने पर भी कड़ी आपत्ति ली है। फिलहाल, इस पूरे मामले में अब कांग्रेस विधायक पर एफआईआर का शिकंजा कस चुका है और माना जा रहा है निगम चुनाव नज़दीक होने के चलते एक छोटे से विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया है।