भोपाल।
कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक सिंह को कमलनाथ सरकार की तरफ से तोहफा मिला है । सरकार ने अशोक सिंह को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया है। इस संबंध में सरकार ने आदेश जारी कर दिए है। कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा पाने वाले अशोक सिंह पहले कांग्रेस नेता है। अशोक सिंह वर्तमान में राज्य सहकारी बैंक मर्यादित के प्रशासक हैं और ग्वालियर अंचल से आते है।
खास बात ये है कि अशोक सिंह को ऐसे समय में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है जब कई विधायक मंत्री बनने की आस लगाए बैठे है। वही संगठन में बदलाव की चर्चाएं भी जोरों पर है।वही सिंधिया की डिनर डिप्लोमेसी के बीच अशोक सिंह को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देने सियासी गलियारों में काफी सुर्खियां बटोर रहा है।
अशोक सिंह मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर भी रहे हैं।वे दिग्विजय खेमे से आते है और मुख्यमंत्री कमलनाथ के भी नजदीकी माने जाते है। इनका पूरा परिवार कांग्रेसी है। हाल ही में अशोक सिंह 2019 लोकसभा चुनाव से ग्वालियर सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अशोक सिंह को पिछले 4 चुनाओं में लगातार हार का सामना करना पड़ा था। 2007 के लोकसभा उपचुनाव मे पहली बार कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे अशोक सिंह को बीजेपी की यशोधरा राजे सिंधिया ने 35 हजार वोट से हराया था। 2009 में दोबारा अशोक सिंह कांग्रेस से उम्मीद्वार बने और यशोधरा राजे से महज 26 हजार वोट से हारे, वहीं 2014 की मोदी लहर में भी अशोक सिंह बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर से महज 29 हजार वोट से हारे थे।