भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर जहां मप्र सरकार (MP Government) अलर्ट हो गई है और स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने- ऑनलाइन क्लासेस जारी रखने का फैसला किया है वही दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने निजी और सरकारी कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने को कहा है। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने ऑफलाइन क्लास (Offline Classes) को जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव (MP Higher Education Minister Dr. Mohan Yadav) ने ट्वीट कर कहा है कि प्रिय विद्यार्थियों कोरोना के नए वेरिएंट को दृष्टिगत रखते हुए सावधानी बरतें, निर्धारित मापदंडों का पालन करें।कैंपस में हमेशा मास्क लगाकर रखें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें एवं आवश्यक निर्देशों का पालन करें, यह आपकी सुरक्षा के लिए आवश्यक है।प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत भौतिक उपस्थिति के साथ शैक्षणिक गतिविधियाँ जारी रहेंगी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ पुस्तकालय एवं स्नातक और स्नातकोत्तर सभी कक्षाओं के लिये छात्रावास खोले जाने और मेस व्यवस्था भी सुचारु रूप से चालू रहेगी।
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि कोरोना का नया वैरिएंट आया है, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ((PM Narendra Modi) और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कई निर्देश दिए हैं। इसके बाद विभाग को नए निर्देश जारी किए हैं। अभी ऑफलाइन क्लासेस को ही जारी रखने का निर्णय लिया है। यह एक कठिन समय है। ऐसे में अगर घर से पढ़ाई होती है, तो उसे पर प्रभाव पड़ता है। सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी कोविड गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग कोरोना के सभी गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करेंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिये विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और छात्रावास में 18 वर्ष से अधिक आयु के छात्र-छात्राओं और समस्त स्टॉफ को वैक्सीन के दोनों डोज लगाना अनिवार्य होगा। प्राचार्य द्वारा यह सुनिश्चित किया जायेगा कि ऐसे शैक्षणिक, अशैक्षणिक कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएँ, जिन्हें दोनों टीके नहीं लगे हैं, उन्हें दोनों टीके लगवाये जायें। ऐसे विद्यार्थी, जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण नहीं की है, यह सुनिश्चित किया जाये कि वे पूरी तरह से स्वस्थ हों।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के प्रवेश-द्वार पर प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थियों का शारीरिक तापमान लिया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। शैक्षणिक परिसर में आवश्यक रूप से मास्क पहनना, हाथों को सेनेटाइज करना एवं शारीरिक दूरी का पालन किया जाना अनिवार्य होगा।विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं के घोषणा-पत्र एवं माता-पिता/अभिभावकों की लिखित सहमति के आधार पर उपस्थिति स्वीकार्य होगी। उनके द्वारा एक बार दी गई सहमति पूरे सत्र के लिये मान्य होगी।