भोपाल| पुलिस परिवार की बड़ी मांग जल्द ही पूरी होने वाली है| सत्ता में आई कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में पुलिस कर्मियों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की थी| जिसमे प्रमुख मांग साप्ताहिक अवकाश का भी जिक्र था| सीएम बनने के अगले ही दिन कमलनाथ ने पुलिस अधिकारियों से बैठक कर वीकली ऑफ की व्यवस्था शुरू करने के निर्देश दिए थे| जिसके बाद अब इस व्यवस्था को लागू करने के लिए कवायद तेज कर दी है| पुलिस मुख्यालय ने नया ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। पहले फील्ड में तैनात अफसरों को अवकाश का लाभ मिलेगा| मुख्यमंत्री जल्दी ही पुलिसकर्मियों को अवकाश देने का ऐलान कर सकते हैं|
प्रदेश में फील्ड में तैनात करीब 56 हजार पुलिसकर्मियों में से रोजाना आठ हजार का स्टाफ साप्ताहिक अवकाश पर रहेगा। यानी अगर साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू होती है तो आठ हजार पुलिसकर्मियों की व्यवस्था करनी होगी। अफसरों ने ये आठ हजार पुलिसकर्मी एसएएफ, पीटीएस और होमगार्ड शाखा से लेना तय किया है। भोपाल में पदस्थ करीब 4500 पर 650 पुलिसकर्मी रोजाना अवकाश पर रहेंगे।
इससे पहले भी पुलिस विभाग में साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था शुरू की जा चुकी है, लेकिन यह व्यवस्था पूरी तरह कभी अमल में नहीं आई| 2016 में तत्कालीन गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने पुलिसकर्मियों को मासिक और फिर साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की थी| वहीं डीजीपी ऋषि शुक्ला ने 13 दिसंबर 2016 को तनावमुक्ति के लिए स्वयं के साथ ही पत्नी और बच्चों के जन्मदिन, शादी की सालगिरह पर अवकाश देने के निर्देश दिए थे. ऐसा ही आदेश 6 अक्टूबर 2017 को फिर से डीजीपी ने जारी किया है. हालांकि, एक चौथाई जिलों में भी पालन नहीं हो सका| भोपाल, देवास और उज्जैन जिलों में पाक्षिक और भोपाल, बुरहानपुर, आगर, शहडोल और देवास में स्वयं के और परिजनों के जन्मदिन पर अवकाश की व्यवस्था शुरू की थी| पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 16 जनवरी 2016 को पुलिस मुख्यालय में आयोजित आईपीएस सर्विस मीट के शुभारंभ करते हुए अवकाश की घोषणा की थी| बल की कमी से जूझ रहे विभाग में नई व्यवस्था कैसे लागू होगी और कब तक सफल रहेगी यह देखना होगा|
मुख्यमंत्री नाथ ने पुलिस के अाला अफसरों के साथ की बैठक में साप्ताहिक अवकाश देने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद पुलिस मुख्यालय की योजना शाखा द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव को डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला जल्द ही शासन को सौंपेंगे। यदि सप्ताह में एक दिन का अवकाश दिया जाता है तो प्रतिदिन आठ हजार पुलिसकर्मी अवकाश पर जाएंगे। इस कमी को पूरा करने के लिए जिलों को आठ हजार पुलिसकर्मियों का अतिरिक्त बल उपलब्ध कराया जाएगा। प्रदेश में 1101 थाने, 576 पुलिस चौकियां, जिला बल और पुलिस लाइन में रिजर्व बल की संख्या करीब 56 हजार है। इसमें सिपाही से लेकर एएसपी स्तर तक के कर्मचारी और अधिकारी शामिल हैं। पुलिस मुख्यालय द्वारा इस बात पर भी विचार किया जा रहा है कि पुलिस कर्मचारियों के लिए आपात परिस्थितियों में अवकाश उपयोग नहीं करने पर क्षतिपूर्ति की व्यवस्था कैसे की जा सकती है।