भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मध्यप्रदेश सरकार (shivraj government) 60 और संजीवनी क्लीनिक (sanjivini clinic) खोलने जा रही है। बता दे कि संजीवनी क्लिनिक पूरी तरह से डिजिटल (digital) होगी। वहीं पर्चे से लेकर दवाइयां सभी डिजिटलाइज तरीके से उपलब्ध करवाए जाएंगे।
दरअसल राजधानी समेत प्रदेश भर में मार्च के अंत तक साथ संजीवनी क्लीनिक खोले जाने का लक्ष्य रखा गया है। इन क्लिनिको (clinics) में जांच की सुविधा मार्च महीने से शुरू हो जाएगी। बता दें कि पिछले साल सरकार द्वारा मार्च 2021 से पहले 160 संजीवनी क्लीनिक खोले जाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन कोरोना (corona) के संक्रमण को देखते हुए यह काम अधूरा रह गया था।
हालांकि एक बार फिर सरकार ने उसकी तरफ ध्यान दिया है। फरवरी में 10 और मार्च महीने तक 50 क्लीनिक खोलने की तैयारी सरकार द्वारा की गई है। वही संजीवनी क्लीनिक खोले जाने के लिए नगर निगम के साथ मिलकर पुराने भवन की तलाश की जा रही है। बता दे कि इस क्लीनिक में एक डॉक्टर, एक कार्यकर्ता और एक फार्मेसिस्ट कार्यरत रहते हैं।
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ज्ञात हो कि दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दिसंबर 2019 में पहला संजीवनी क्लिनिक शुरू किया गया था। वही प्रदेश का पहला संजीवनी क्लीनिक इंदौर में खोला गया था। इसके साथ ही इन क्लीनिक में किडनी, लिवर से जुड़ी बीमारियों सहित 55 तरह की जांच की जाती है। वहीं प्रदेश में अब तक कुल 40 संजीवनी के लिए ही खुल चुके हैं।
संजीवनी क्लीनिक खोले जाने का मुख्य कारण जनता को घंटों लाइन में लगकर इलाज कराने की परेशानियों से मुक्त करना था। वहीं क्लिनिको में मरीज का के पर्चे ऑनलाइन ही बनेंगे। इस पर मरीज का फोटो, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर आदि लिखकर डॉक्टर के पास भेजी जाएगी। डॉक्टर उस पर यह दवा लिखकर मेडिकल स्टोर को भेजेंगे। जहां से मरीजों को दवा भी दी जाएगी। वहीं संजिविनी क्लीनिक में इलाज की सुविधा मुफ्त होगी।