भोपाल।
बीते दिनों विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान दो बीजेपी विधायकों द्वारा कांग्रेस को समर्थन देने के बाद भाजपा में हलचल मची हुई है।इस पूरे घटनाक्रम के बाद भाजपा लगातार अपने विधायकों पर नजर जमाए हुए है। बड़े नेता कौन विधायक किससे मिल रहा है,कहां जा रहा है, इस पर नजर रख रहे है। खबर है कि आज से सदस्यता अभियान की आड़ में बीजेपी के दिग्गज नेता संगठन को मजबूत करने और विधायकों की नब्ज टटोलने मैदान में उतरे है। इसकी शुरुआत रीवा संभाग से की गई है, जहां से दोनों विधायकों ने बगावत शुरु की।
दरअसल, आज से विधायकों का फीडबैक लेने के लिए खुद प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और संगठन महामंत्री सुहास भगत को प्रदेश भर में मैदानी हकीकत जानने निकले हैं। इसकी शुरआत रीवा और शहडोल संभाग से हुई है।नारायण त्रिपाठी और शरद कोल विंध्य से ही आते हैं, इसलिए पार्टी नेतृत्व ने फीडबैक की शुरुआत यहीं से की है।यहां से बागी विधायकों के साथ बीजेपी के अन्य विधायकों के बारे जानकारी पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने दी। बीजेपी विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल की कांग्रेस के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने के बाद यह फीडबैक लिया जा रहा है।
इस दौरे के दौरान दोनों नेता हर उस विधायक से वन-टू-वन करेंगे जिसकी स्थानीय स्तर पर अन्य नेताओं से अनबन चल रही है। यह भी टटोला जा रहा है कि कौन विधायक ऐसा है, जिसके परिवार अथवा रिश्तेदार पूर्व या वर्तमान में कांग्रेस में हैं। विधायक का भी राजनीतिक बैकग्राउंड की भी जानकारी ले ली जाएगी। ताकी आने वाले समय में दोबारा ऐसे हालात ना बने।चुंकी कांग्रेस बार बार दावा कर रही है कि बीजेपी के कई विधायक उनके सपर्क में है, ऐसे में बीजेपी को डर है कि कांग्रेस दोबारा बड़ा दाव ना खेल ले या फिर उनके विधायक ना तोड़ दे। वही सदस्यता अभियान में स्थानीय स्तर पर चल रही पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों के बीच की अनबन पर भी लगाम लगाने की कवायद होगी। राकेश सिंह पूरे प्रदेश के सभी संभाग मुख्यालयों पर इस तरह की बैठक लेंगे।