भोपाल। मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा मुंबई हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे पर की गई विवादित टिप्पणी से बीजेपी ने भी किनारा कर लिया है। राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर सफाई पेश की है। बीजेपी ने कहा है कि यह साध्वी का व्यक्तिगत बयान है। बीजेपी ने हमेशा से ही हेमंत करकरे को शहीद माना है। इससे पहले आईपीएस एसोसिएशन ने भी प्रज्ञा के बयान पर नाराजगी जताई थी।
आईपीएस एसोसिएशन ने भी इसकी निंदा की है। वहीं चुनाव आयोग ने भी साध्वी प्रज्ञा के बयान पर मिली शिकायत का संज्ञान लिया है और मामले की जांच का फैसला किया है। आईपीएस एसोसिएशन ने ट्वीट कर कहा है कि अशोक चक्र से सम्मानित आईपीएस हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। वो हममें से एक हैं लेकिन एक चुनावी उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की हम निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए। वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी साध्वी प्रज्ञा के बयान की कड़ी निंदा की है।
गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने मुंबई के कई स्थानों पर स्थानों पर हमले किए थे. उसी दौरान करकरे और मुंबई पुलिस के कुछ अन्य अधिकारी शहीद हुए थे. प्रज्ञा ठाकुर ने दावा किया है कि मुंबई के आतंकवाद निरोधक दस्ते के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे ने उन्हें मालेगांव विस्फोट मामले में गलत तरह से फंसाया था और वह अपने कर्मों की वजह से मारे गए. करकरे मुंबई आतंकी हमलों के दौरान मारे गए थे।