भोपाल। मंत्रालय में वंदेमातरम् गायन को बंद करने पर कांग्रेस घिरती नजर आ रही है। बुधवार को मंत्रालय पहुंच कर भाजपा नेताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार द्वारा लगाई गई रोक के विरोध में वंदेमातरम् का गायन किया। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ सिंह समेत सैंकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता मौजूद रहे है। वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी कांग्रेस के इस कदम पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा है कि कांग्रेस ने किसके दबाव में वंदेमातरम् बंद किया है।
दरअसल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौरा ने इस परंपरा को 14 साल पहले शुरू किया था। मंत्रालय में महीने के एक तारीख को वंदेमातरम् के गायन के साथ काम की शुरूआत की जाती थी। लेकिन सत्ता में लौटी कांग्रेस ने एक तारीख को गायन की अनिवार्यता पर रोक लगादी। पार्टी के इस कदम से बीजेपी जमकर हंगामा कर रही है। पूरे प्रदेश में कांग्रेस के इस फैसले को लेकर बीजेपी कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी सिलसिले में राजधानी में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध मंत्रालय पहुंचकर वंदेमातरम् का गायन किया। गोविंदपुरा विधायक और बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर ने कहा कि यह बेहद निंदनीय फैसला है। बाबूजी ने यह परंपरा शुरू की थी इस पर रोक गलत है।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस मामले में सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शायद यह भूल गई है कि सरकारें आती है, जाती है लेकिन देश और देशभक्ति से ऊपर कुछ नहीं है। मैं माँग करता हूँ कि वंदे मातरम् का गान हमेशा की तरह हर कैबिनेट की मीटिंग से पहले और हर महीने की पहली तारीख़ को हमेशा की तरह वल्लभ भवन के प्रांगण में हो। बता दें कि कमलनाथ सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य सचिवालय के बाहर हर महीने की पहली कामकाजी तारीख को वंदे मातरम नहीं गाया जाएगा. इसके बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई।