इंदौर| निगम के झोनल अधिकारी के साथ मारपीट मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय की जेल यात्रा आखिरकार समाप्त हो गई। शनिवार को भोपाल कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रविवार सुबह उन्हें इंदौर की जिला जेल से रिहा किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय के समर्थक मौजूद थे। जेल से छूटने के बाद विजयवर्गीय सबसे पहले अपने विधायकी क्षेत्र 3 के मुख्य कार्यालय पहुंचे जहां कार्यकर्ताओ का हुजूम उनका इंतजार कर रहा था। इस दौरान उन्हें कार्यकर्ताओ ने हाथों में उठा लिया और खुशी से उमड़े कार्यकर्ता जमकर थिरके।
मीडिया से बातचीत में विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा की जेल में उनका समय अच्छे से बीता और उन्हें वहां अच्छा भी लगा। जेल के अनुभव बताते हुए विधायक विजयवर्गीय ने बताया कि शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक उन्हें सेल में रखा जाता था वही सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक सभी बाहर रहते थे। जेल परिसर सुंदर है और वे वहां के शिव मंदिर में भगवान के चरणों मे आराधना कर समय बिताते थे। वही उन्होंने बताया कि हमे गांधी के मार्ग पर चलना चाहिए और ये भी बताया कि उनके पापा कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें कहा है कि अब तुम बड़े हो गए अब अपने निर्णय तुम्हे खुद करना चाहिए जो भी करो सोच समझ कर करो बाकि हम तुम्हारे साथ है। इसके बाद आकाश विजयवर्गीय सीधे अपने निवास नंदानगर पहुंचे जहां रहवासियों सहित समूचे विजयवर्गीय परिवार ने उनकी अगुआई की। बल्ला कांड के बाद जेल से रिहा हुए आकाश विजयवर्गीय के लिए अब एक जनप्रतिनिधि के रूप में कई बड़ी चुनौती सामने आने वाली है जिसका सामना उन्हें करना होगा और वो किस तरह से इनका सामना करते है ये बात उनके राजनीतिक भविष्य को भी तय करेगी।