भोपाल। भारतीय जनता पार्टी में टिकट चयन के लिए आखिरी मशक्कत चल रही है। जिसमें प्रदेश के लोकसभा प्रभारी स्वतंत्री देव सिंह की रिपोर्ट को अहम माना जा रहा है। स्वतंत्र देव जल्द ही दिल्ली जाकर मप्र के सभी लोकसभा सीटों की रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सौंपने जा रहे हैं। जिसमें उन्होंने एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर चेहरा बदलने की भी सिफारिश की है। साथ ही उन्होंने हर लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे नेताओं की भी सूची बनवाई है। जिसे वे हाईकमान को सौंपेंगे।
उप्र के परिवहन मंत्री स्वदेव देव सिंह पिछले दो महीने से मप्र के सभी जिलों का दौरा कर चुके हैं। जबकि वे मप्र में पिछले एक साल से दौरा कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोकसभा क्षेत्रों में ज्यादा समय बिताया है, जहां भाजपा संासद के खिलाफ कार्यकर्ता एवं जनता में नाराजगी है। इसके लिए वहां उन्होंने जिला पदाधिकारियों से लेकर मंडल पदाधिकारियों तक से लोकसभा प्रत्याशी को लेकर फीडबैक लिया है। सूत्रों के अनुसार स्वतंत्र देव सिंह ने ऐसे सांसदों की सूची बना ली है, जिनका परफॉर्मेंस खराब है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने स्वतंत्री देव सिंह को इसके लिए स्वतंत्र किया है। खास बात यह है कि सांसदों से जुड़ी रिपोर्ट तैयार करने के लिए वे मप्र भाजपा के किसी भी पदाधिकारी से चर्चा नहीं कर रहे हैं।
लोकप्रिय चेहरे तलाश रहे स्वतंत्र देव
लोकसभा प्रभारी स्वतंत्र देव ने जिन सीटों पर खराब परफॉर्मेंस वाले सांसदों की सूची तैयार की है। उन सीटों के लिए वे अभी यह तय नहीं कर पाए कि चुनाव में चेहरा कौन होगा। वे पार्टी के कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ नेताओं के माध्यम से लोकप्रिय चेहरों की तलाश कर रहे हैं।
इन सीटों पर बदलेंगे प्रत्याशी
प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 26 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। इनमें से आधा दर्जन सीटों पर प्रत्याशी बदलना लगभग तय हो चुका है। विदिशा सीट से सांसद सुषमा स्वराज ने इस बार चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया है। वे पिछले 3 साल से क्षेत्र में देखने तक नहीं आई हैं। उनके खिलाफ पोस्टर भी लग चुके हैं। ऐसे में विदिशा से भाजपा नया चेहरा उतारेगी। इसी तरह खजुराह सांसद नागेन्द्र सिंह विधायक बन चुके हैं, वहां भाजपा नया चेहरा उतारेगी। इसी तरह देवास सांसद मनोहर ऊंटवाल भी विधायक बन चुके हैं। बैतूल सांसद ज्योति धुर्वे का अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निरस्त हो चुका है। यह सीट अजजा के लिए आरक्षित है। ऐसे में ज्योति का टिकट कटना लगभग तय है। वहीं इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन का भी टिकट कट सकता है। मुरैना एवं ग्वालियर सीट पर प्रत्याशियों की अदला-बदली हो सकती है। मुरैना सांसद अनूप मिश्रा भितरवार से विधानसभा चुनाव हार गए थे, उनके खिलाफ मुरैना संसदीय क्षेत्र में नाराजगी है। ऐसे में उन्हें ग्वालियर से टिकट मिल सकता है। जबकि ग्वालियर सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर एक बार फिर मुरैना से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि तोमर की भोपाल से चुनाव लडऩे की भी अटकलें हैं।