दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया और उनके बेटे पर जानलेवा हमले का मामला सामने आया है। बुरी तरह घायल दोनों बाप-बेटे को प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर रेफर किया गया है।जहां देवेन्द्र चौरसिया की रास्ते में ही मौत हो गई। हमले के पीछे राजनीतिक रंजिश जिला पंचायत चुनाव के समय का विवाद बताया जा रहा है। घटना के बाद से ही जिले में बवाल मच गया है।कांग्रेस नेताओं में आक्रोश व्याप्त है और वे ही अब कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे है।फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। बता दे कि हाल ही में देवेंद्र चौरसिया बसपा का साथ छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे।
मिली जानकारी के अनुसार, आज शुक्रवार सुबह बसपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए हटा के कद्दावर नेता देवेंद्र चौरसिया और उनके बेटे सोमेश पर एक दर्जन से अधिक लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। जिसके बाद दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को जबलपुर रैफर किया गया है। रास्ते में ही देवेन्द्र की मौत हो गई। हमले के पीछे राजनीतिक रंजिश की बात सामने आ रही है। सूचना मिलने के बाद भी मौके पर पहुंच गई थी और उन्होंने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद से चौरसिया के परिवार के लोग दहशत में है, उन्होंने पुलिस से हमलावरों को जल्दी पकड़ने की मांग की है। वही कांग्रेस नेताओं में भी गुस्सा है और वे खुद अब कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है। उधर हटा थाने में पहुंचे डीआइजी दीपक वर्मा, एसपी आरएस बेलवंशी पहुंचे, जिन्होंने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपियों की पहचान करने व मामला दर्ज करने का आश्वासन दिया।
परिजनों के अनुसार आरोपितों ने 4 लाख रुपए भी लूट लिए। घटना का कारण जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव बताया गया है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद लोगों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त हो गया है, वही कांग्रेस में भी ह़ड़कंप की स्थिति है। कानून व्यवस्था को लेकर फिर सवाल उठने लगे है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी
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