भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में लौटी है। उनके गृह जिले छिंदवाड़ा में सातों विधानसभा पर कांग्रेस को जीत मिली है। राहुल गांधी ने उन्हें प्रदेश का मुखिया भी बना दिया है। लेकिन नाथ को छह महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य बनना होगा। फिलहाल वह छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं। उनके लिए अब कई विधायक सीट छोड़ने के लिए तैयार हैं। वह किस सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे अभी इसका फैसला पार्टी ने नहीं किया है। लेकिन कैबिनेट मंत्री और मुलताई से विधायक सुखदेव पांसे ने अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की है।
जानकारी के मुताबिक, सुखदेव पांसे को पीएचई विभाग का मंत्री बनाया गया है। उन्होंने रविवार को सीएम नाथ के लिए उनकी सीट छोड़ने का ऐलान किया है। वह बैतूल जिले की मुलताई विधानसभा से विधायक हैं। उन्होंने कहा कि सीएम चाहें तो वह इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वह यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि सीएम अगर कहें तो वह आज ही इस्तीफा भी दे देंगे।
खुद को बताया सीएम का चेला
पांस ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि वह सीएम के चेले हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें यह विभाग चैलेंज के साथ दिया है। उनसे जब पूछा गया कि पेयजल की समस्या वह कैसे दूर करेंगे। इसके जवाब में पांसे ने कहा कि वह सीएम के चेले हैं जैसा कि सब जानते हैं मुख्यमंत्री कमलनाथ बात कम और काम ज्यादा करते हैं मैं भी इसी तरह काम ज्यादा करूंगा और बात कम।