भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) ने महिला सशक्तिकरण (women empowerment) सहित आंगनबाड़ी केंद्रों (anganwadi centers) के संचालन और लाडली लक्ष्मी छात्रवृत्ति (ladli laxmi scholarship) पर बड़ा जोर दिया है। समीक्षा बैठक के दौरान CM Shivraj ने कहा कि प्रदेश भर में बच्चों की पढ़ाई में कमी नहीं रहे। विशेष तौर पर बालिकाओं की विशेष चिंता की जाए बालिकाओं को हर हाल में उच्च शिक्षा का लाभ दिलाया जाए ।प्रदेश में बाल संरक्षण के लिए विशेष ध्यान दिया जाए। इसके साथ ही बच्चों के अपराध को बढ़ने से रोका जाए साथ ही बच्चों को अपराध से बचाने की भी प्रयास किए जाए।
CM Shivraj ने कहा है कि बाल-विकास और बाल-संरक्षण एवं महिला सशक्तिकरण के लिए बेहतर ढंग से कार्य करें। आंगनवाड़ी सेवाएं एवं पोषण अभियान में अच्छा कार्य हो। जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को अनुग्रह राशि दी जाए। सीएम शिवराज ने कहा कि आंगनवाड़ी गोद लें। उन्होंने कहा कि वे भी भोपाल में एक आंगनवाड़ी गोद लेंगे। “आओ एक आंगनवाड़ी गोद लें” का संदेश पूरे प्रदेश में जाये। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित करें। पर्यवेक्षक भ्रमण कर संपर्क एप पर फोटो अपलोड कर रहे हैं। सीएम शिवराज ने कहा कि इस एप का ठीक से उपयोग करते रहें।
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इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाडली लक्ष्मी छात्रवृत्ति का वितरण कार्यक्रम आयोजित करके किया जाए। लाडली लक्ष्मी 2.0 पोर्टल का विकास और उन्नयन करें। इसके साथ ही साथ प्रदेश में लाडली लक्ष्मी को सम्मान दिया जाए। प्रदेश में 40,75,000 लाडली लक्ष्मी है। यह क्रांतिकारी परिवर्तन है। साथ ही मातृ वंदना योजना के तहत 3 वर्षों तक लगातार देश में प्रथम स्थान हासिल करने पर उन्होंने मध्यप्रदेश को बधाई दी है। इसके साथ ही उन्होंने चाइल्ड बजटिंग पर योजना बना कर गंभीर रूप से कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
CM शिवराज ने कहा कि निर्धारित लक्ष्य के तहत बच्चों की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को तैयार किया जाए। वहीं भारत के लिंग अनुपात 929 से अधिक मध्य प्रदेश में लिंगानुपात 956 है। इसके लिए उन्होंने मध्यप्रदेश को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि बाल देखरेख संस्था में निवास करने वाले बच्चों के परिवार में पुनर्वास करने की पहल की जाए। इसके अलावा बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा करने में पूरी मदद करें।
क्षमता के अनुसार बच्चों को आगे बढ़ाएं। पढ़ाई की अच्छी सुविधा दी जाए। साथ ही साथ बच्चों को अच्छा वातावरण उपलब्ध कराया जाए। सीएम शिवराज ने पोषण अभियान एवं मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम की समीक्षा कर बधाई दी। सीएम शिवराज ने कहा कि पोषण आहार की व्यवस्थाएं बेहतर रहें। विभाग बेहतर कार्य करें। गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्यवाही हो।