स्कूली छात्रों को 23 अगस्त को बड़ा तोहफा देंगे सीएम शिवराज, खाते में आएगी 90000 की राशि, छात्रों की पहली पसंद पेट्रोल वाली स्कूटी

Kashish Trivedi
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MP School, CM Shivraj : प्रदेश के मुख्यमंत्री हजारों छात्रों को 23 अगस्त को महत्वपूर्ण तोहफा देंगे। इस दौरान उनके खाते में राशि अंकित की जाएगी। इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। योजना अंतिम चरण में पहुंच गई है। प्रदेश के साढ़े 7 हजार से अधिक छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। 7000 से अधिक छात्र इसके लिए पात्र पाए गए हैं।

कितने छात्रों को मिलेगी स्कूटी की राशि

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 23 अगस्त को शहडोल में होने वाले कार्यक्रम में 7000 से अधिक छात्रों के खाते में स्कूटी की राशि अंतरित करेंगे। स्कूटी खरीदने के लिए पूर्व विद्यार्थी से मांगे गए विकल्प में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। दरअसल 12वीं बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले एक-एक छात्र-छात्राओं को स्कूटी प्रदान करने की योजना तैयार की गई थी। जिसके बाद पहली बार प्रत्येक शासकीय विद्यालय से 12वीं बोर्ड परीक्षा में प्रथम आने वाले छात्र इसके लिए पात्र पाए गए।

4806 छात्रों द्वारा पेट्रोल दो पहिया वाहन का विकल्प चुना गया

डीपीआई संचालक डीएस कुशवाहा के मुताबिक प्रदेश के सभी स्कूलों के एक टॉपर छात्र और एक छात्रा को स्कूटी दी जा रही है। जिनमें 7790 विद्यार्थियों को स्कूटी की राशि उनके खाते में उपलब्ध कराई जाएगी। 4800 छात्रों द्वारा पेट्रोल वाली स्कूटी पसंद की गई है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश भर से 7790 छात्रों को चिन्हित किया गया। जिनमें से 4806 छात्रों द्वारा पेट्रोल दो पहिया वाहन का विकल्प चुना गया है। वही इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहन का विकल्प चुनने वाले की संख्या 2984 है। शासन की ओर से पेट्रोल वाले दो पहिए के लिए 90000 रुपए उपलब्ध कराए जा रहे हैं जबकि इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए 120000 रुपए की राशि प्रदान की जा रही है।

बता दे की इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए अधिक राशि मिलने के बावजूद छात्रों की पसंद पेट्रोल वाले स्कूटी है। बता दे कि शहरी क्षेत्र के ज्यादा छात्रों द्वारा स्कूटी का चुनाव किया गया है जबकि ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों ने पेट्रोल वाले स्कूटी का चुनाव किया है। हालांकि ₹30000 अत्यधिक होने के बावजूद इलेक्ट्रिक स्कूटी वालों की संख्या में 2984 है जबकि 4800 से अधिक छात्रों द्वारा पेट्रोल वाली स्कूटी का चुनाव किया गया है।

ग्रामीण क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन नहीं होना बड़ी वजह 

हालांकि इसकी बड़ी वजह भी बताई जा रही है। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन नहीं होने और गांव के बीच अत्यधिक दूरी रास्ते और अन्य कारणों की वजह से छात्रों द्वारा पेट्रोल वाली स्कूटी का विकल्प चुना गया है। योजना से लाभान्वित होने वाले छात्रों में बड़ी संख्या में छात्र गांव के विद्यार्थी हैं। ऐसे में पेट्रोल वाली स्कूटी उनके लिए कई महीनों में बेहतर है।


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