Congress Jitu Patwari demands Prahlad Patel resignation : प्रहलाद पटेल के ‘भीख मांगने’ के बयान पर कांग्रेस हमलावर है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश ने कहा है कि पार्टी इस बयान के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगी। वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे बीजेपी का दंभ कहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री का बयान सरकारी ही होता है और एक मंत्री का बयान मंत्रीमंडल और सरकार का बयान ही माना जाता है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर सीएम मोहन यादव इस मामले में प्रहलाद पटेल का इस्तीफा नहीं लेते हैं, तो इसे मध्यप्रदेश की जनता का अपमान माना जाएगा।
जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रहलाद पटेल का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो अपने ‘भीख’ वाले बयान के बारे में बात कर रहे हैं। इसमें वो कह रहे हैं कि ‘ये मेरा बयान मेरे स्वजातीय बंधुओं के बीच मेरी अपनी बात थी जो मैं करता रहा हूं और करता रहूंगा। समाज को स्वाभिमान से खड़ा करना अपराध नहीं है।’ उन्होंने कहा कि जिस मीडिया ग्रुप ने ये बात छापकर शुरुआत की है मैं उनसे कहूंगा कि वो बहुत पुराने और प्रतिष्ठित मीडिया ग्रुप है। ये जो दुराग्रह है, इसे लेकर चीजें सामने आएंगी।
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‘भीख मांगने’ के बयान के खिलाफ कांग्रेस करेगी प्रदेशभर में आंदोलन
राजगढ़ जिले के सुठालिया में एक सभा में प्रहलाद पटेल ने कहा था कि ‘अब लोगों की सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है। नेता आते हैं, तो उन्हें टोकना भर कागज मिलते हैं। लेने के बजाय देने का मानस बनाइए। ये भिखारियों की फौज इकट्ठा करना समाज को मज़बूत करना नहीं है, समाज को कमजोर करना है।’ उनके इस बयान को लेकर कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में आंदोलन करने का ऐलान किया है। कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि कांग्रेस जनता के खुले अपमान का हिसाब लेने के लिए सड़क पर उतरेगी और मोहन सरकार के खिलाफ हम पूरे प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन करेंगे और भाजपा के अहंकार को जमीन पर लाएंगे।
जीतू पटवारी ने मांगा प्रहलाद पटेल का इस्तीफा
जीतू पटवारी ने कहा कि इस बयान से बीजेपी का दंभ पता चलता है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि ‘इसका मतलब ये हुआ कि अपने हक और न्याय की मांग को लेकर बीजेपी मंत्रियों के पास जाने वाली मप्र की जनता भिखारी थी, भिखारी है और भिखारी ही बनी रहेगी। यदि यह सच है तो सीएम हेल्पलाइन और जन सुनवाई जैसी नौटंकी को भी बंद कर देना चाहिए! क्योंकि, वहां भी भाजपा को आवेदन के साथ जनता भिखारी ही दिखती होगी। सरकारी मंच से, सरकार के मंत्री का बयान, “सरकारी” ही होता है। या यूं समझें एक मंत्री का बयान मंत्रीमंडल और सरकार का बयान ही माना जाता है। यदि आप अभी भी इस्तीफा नहीं लेते हैं, तो इसे बीजेपी की सहमति से मध्य प्रदेश की जनता को अपमानित करने का शर्मनाक और अति निंदनीय दुस्साहस कहा और माना जाएगा।’ अब कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरने की घोषणा कर दी है।
प्रदेशवासियों,
दंभ अपनी बात दोहरा रहा है और इस बार भी बहुत साफ तौर पर कह रहा है कि "मैंने पहले भी कहा है और भविष्य में कहता रहूंगा!"मतलब यह है कि अपने हक और न्याय की मांग को लेकर @BJP4MP के मंत्रियों के पास जाने वाली मप्र की जनता भिखारी थी, भिखारी है और भिखारी ही बनी रहेगी!… pic.twitter.com/i6EmdtyP1t
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) March 3, 2025