भोपाल। मध्य प्रदेश में शनिवार की शाम संभवत पहली बार एक ऐतिहासिक घटना हुई। मंत्रालय की नई एनेक्सी में कांग्रेस पार्टी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने की और इसमें राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह के साथ प्रदेश के प्रभारी दीपक बावरिया ने भी शिरकत की। बैठक में कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, जीतू पटवारी व अजय सिह भी शामिल हुए। बैठक के बाद बताया गया कि यह बैठक सत्ता और संगठन में तालमेल के लिए थी।
बैठक में वर्तमान में सत्ता और संगठन के तालमेल पर भी जोर दिया गया और साथ ही साथ आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 20 से ज्यादा सीटें मिले इसके लिए पुरजोर मेहनत करने के लिये भी बात की गयी । बीजेपी ने बल्लभ भवन में कांग्रेस की बैठक आयोजित करने को प्रशासनिक मर्यादाओं का उल्लंघन बताया है। भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस ने संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार कर दिया है। हैरत की बात यह है कि यह वही कांग्रेस पार्टी है जिसने एक बार कृषि विभाग के प्रमुख सचिव राजेश राजौरा के द्वारा भाजपा कार्यालय में कृषि के विषय पर प्रेजेंटेशन को लेकर बवाल खड़ा कर दिया था। अब वही कांग्रेस खुलेआम मुख्यमंत्री के नेतृत्व में, जो वर्तमान में प्रदेश अध्यक्ष भी हैं, कांग्रेस पार्टी की बैठकें वल्लभ भवन में आयोजित कर रही है।
वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजेश लुनावत ने भी सोशल मीडिया पर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि सारी मर्यादा तोड़कर मध्यप्रदेश कांग्रेस @INCMP की बैठक कार्यकर्ताओं के डर से #सचिवालयभवन भोपाल में धन्य हो सीएम कमलनाथ।