भोपाल। लोकसभा चुनाव के पांच चरण पूरे हो चुके हैं। इसमें से मध्य प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान हो चुके हैं। पांचवे चरण में प्रदेश में बंपर वोटिंग हुई। जिसके बाद से बीजेपी उम्मीदवारों की धड़कनें तोज हो गई हैं। वहीं, कांग्रेस खेमा अपनी जीत का दावा कर रहा है। दोनों ही दलों ने नेताओं ने अब छठे चरण के लिए तैयारी शुरू कर दी है। 12 मई को छठे चरण के तहत आठ संसदीय क्षेत्रों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल और राजगढ़ में मतदान होना है। इनमें से भोपाल, ग्वालियर, गुना सीट पर कांग्रेस के दिग्गज मंत्रियों की सांख दांव पर लगी है।
दरअसल, भोपाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी के इस ऐलान के बाद से ही देश भर में चल रहे चुनाव का केंद्र भोपाल सीट बन चुकी है। यहां से बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा ठाकुर मैदान में हैं। वह राष्ट्राद की लहर पर सवार हैं तो वहीं दिग्विजय सिंह विकास के मुद्दोंं को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं। विधानसभा चुनाव में भोपाल लोकसभी संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभाओं में मिले वोटों के मुताबिक कांग्रेस बीजेपी से सिर्फ 60 हजार वोट पीछे है। पार्टी ये अंतर पाटने के लिए पूरा जोर लगाए है। वहीं, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा और मंत्री आरिफ अकील की साख यहां दांव पर लगी है। यह दोनोंं ही भोपाल से आते हैं।
वहीं, ग्वालियर सीट भी इस बार चर्चा का विषय बनी है। यहां से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर वर्तमान सांसद हैं लेकिन वह मुरैना से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी जगह संघ के करीबी और महापौर शेजवलकर को टिकट दिया गया है। उनके सामने कांग्रेस ने अशोक सिंह को मैदान में उतारा है। मज़े की बात यह भी है कि अशोक सिंह पिछले चुनाव लगातार हारते रहे हैं। अगर वह इसबार भी हारे तो उनकी राजनीति संकट में पड़ सकती है। वहीं, ग्वालियर सीट से इस बार कांग्रेस को कफी लाभ मिला है। यहां से खाद मंत्री प्रदुमर सिंह तोमर और महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी आती है। ये दोनों ही सिंधिया के खास हैं। ग्वालियर सीट पर महल का भी काफी प्रभाव रहता है। इसलिए इन मंत्रियों की भी साख यहां दाव पर लगी है। अशोक सिंह ग्रमाीण क्षेत्र में काफी मज़बूत माने जा रहे हैं जबकि शेजवलकर शहरी इलाके में पकड़ रखते हैं।
गुना सीट से इस बार फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया मैदान में हैं। सिंधिया पर कांग्रेस ने दोहरी जिम्मेदारी सौंपी है। उनको यूपी का भी दायित्व सौंपा गया है। जिसकी वजह से वह अपने क्षेत्र के अलावा यूपी की कमान भी संभाल रहे हैं। गुना में सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे भी चुनावी मोर्चा संभाला हुए हैं। वह गांव गांव जाकर फीडबैक ले रही हैं इसके अलावा जनता से लगातार रूबरू हो रही है। वह सिंधिया के लिए जनता से वोट की अपील कर रही हैं। बीजेपी ने यहां से केपी यादव को मैदान में उतारा है। सिंधिया समर्थकों का कहना है कि वह इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले और बड़े अंतर से जीत हासिल करेंगे।