भोपाल। मुख्यमंत्री निवास पर रविवार को विधायक दल की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गई। इस बैठक में कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को बुलाया था। उनके अलावा निर्दलीय, बीएसपी और सपा के विधायक भी शामिल होने पहुंचे। लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केपी सिंह शामिल नहीं हुए। मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि हमारे पास बहुमत का पूरा आंकड़ा है। पार्टी के पास पूरा बहुमत है। सीएम कमनाथ ने कहा है कि सकारात्मक काम करें।
प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने बताया कि बैठक देर शाम शुरू हुयी जो रात नौ बजे के बाद तक चली। इस बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधायकों को संबोधित किया। इसमें मुख्य रूप से विधानसभा सत्र के दौरान होने वाले बिजनेस और आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की गयी। सोमवार से शुरू होने वाले पांच दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना नए विधायकों को शपथ दिलाएंगे। अगले दिन मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष का विधिवत चुनाव होगा और राज्यपाल का अभिभाषण भी होगा।
गौरतलब है कि भाजपा विधायक दल की बैठक भी सोमवार शाम को होगी, जिसमें मुख्य रूप से पार्टी विधायक दल का नेता चुना जाएगा। केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी उपाध्यक्ष डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान भाजपा अपनी अगली रणनीति भी तय कर सकती है। हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में दो सौ 30 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस 114 विधायकों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरा है। कांग्रेस ने बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनायी है। भाजपा को 109 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है और वह विपक्ष की भूमिका के लिए तैयार है।