मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामले हैरान करने वाले हैं। आम जनता से लेकर अब ये संक्रमण मध्यप्रदेश की सत्ता और ब्यूरोक्रेसी में भी अपने पैर फैला चुका है। जहां एक आईएएस के बाद अब स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव और एडिशनल डायरेक्टर भी इससे ग्रसित हो गई है। जिसके बाद उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। साथ ही 12 अन्य आईएएस अफसर के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए जिनमें से छह के इस वायरस से संक्रमित होने की संभावना है। वही आईएस के संपर्क में आने वाले 12 से ज्यादा आईएएस अफसरों की जांच में पांच अफसरों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आना एक राहत की बात है। जिसके साथ ही मध्यप्रदेश में संक्रमित की संख्या बढ़कर 185 हो चुकी है।
शनिवार को राजधानी में 24 नए संक्रमित मिलने के साथ तीन की मौत हो गई है। इसके बाद शहर के 10 क्षेत्रों को कंटेनमेंट घोषित किया गया है। इससे पहले भी 8 क्षेत्रों को कंटेंटमेंट घोषित किया जा चुका है। वहीं शनिवार को करोन मंडी के एक सब्जी व्यापारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। जिसके बाद से प्रशासन उसके संपर्क में आए हुए लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
बता दे कि इंदौर में भी शनिवार को 16 नए केस सामने आए। इसी के साथ इंदौर में शनिवार को दो और छिंदवाड़ा में एक संक्रमित की मौत हो गई है। जिसके बाद प्रदेश में मौत का आंकड़ा 11 पहुंच चुका है। प्रदेश में इंदौर जिला कोरोना से सबसे ज्यादा संख्या में थे जिसमें 128 पॉजिटिव केस के साथ 7 की मौत हो चुकी है। वहीं उज्जैन में 7 पॉजिटिव केस के साथ दो लोगों की इस वायरस के चपेट में आने से मौत हो चुकी। भोपाल में 18 लोग से संक्रमित हैं जबकि मुरैना में 12, जबलपुर में 8, ग्वालियर में दो खरगोन में तीन, शिवपुरी में दो, छिंदवाड़ा में दो और बड़वानी जिले में 3 लोग इस संक्रमण से जूझ रहे हैं। वहीं इस वायरस की चपेट में आने से उज्जैन में दो, खरगोन में एक और छिंदवाड़ा में 1 लोगों की मौत हो चुकी है।