मध्य प्रदेश में अपराध घटे : SCRB के आंकड़ों के बाद बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार, कहा ‘ये तो सिर्फ ट्रेलर है, कहानी अभी बाक़ी है’

कांग्रेस लगातार अपराधों के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरती आई है। उसका आरोप है कि एमपी में अपराधों का ग्राफ बढ़ रहा है और सरकार इनपर लगाम करने में नाकाम साबित हो रही है। लेकिन हाल ही में स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आँकड़े ये कहते हैं कि इस साल प्रदेश में अपराधों में कमी आई है। इन आंकड़ों के सामने आने के बाद बीजेपी नेता आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस पर मध्य प्रदेश को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

Ashish Agarwal

Crime Rate Decreases in Madhya Pradesh : एक तरफ कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि मध्य प्रदेश में अपराधों का ग्राफ बढ़ रहा है। वो महिलाओं और दलित उत्पीड़न के मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर हमलावर है और इसी बीच स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आँकड़े आए हैं जिसके मुताबिक़ प्रदेश में इस साल अपराधों में कमी आई है। इसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर इस मुद्दे को लेकर पलटवार किया है।

बता दें कि कांग्रेस लगातार कहती आई है कि मध्य प्रदेश देश में अपराधों के मामले में अव्वल नंबर पर पहुँच गया है। उसका कहना है कि बीजेपी कार्यकाल में महिलाओं, दलितों, आदिवासियों पर लगातार अत्याचार और उत्पीड़न के मामले बढ़े हैं। हाल ही में महू की घटना के बाद तो विपक्ष ने ये आरोप भी लगाया था कि आख़िर ऐसा क्यों है कि सभी आपराधिक घटनाओं में बीजेपी नेताओं या उनसे जुड़े लोगों की संलिप्तता पाई जाती है।

SCRB के आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में अपराधों में आई कमी 

कांग्रेस के इन आरोपों की बीच स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) के आंकड़े आए है जिनके मुताबिक़ मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव के कार्यकाल में अपराध घटे हैं। आँकड़ों के अनुसार प्रदेश में डकैती 51%, लूट 23% कम, महिला अपराध 8 प्रतिशत कमी आई है। जनवरी से जुलाई तक का अपराधों का लेखाजोखा प्रस्तुत किया गया है और इसमें सामने आया है कि 2023 के मुकाबले 2024 में कुल अपराध 3.53 फीसदी घटे है। 2023 में इस अवधि में प्रदेश में 1,89,178 अपराध घटित हुए थे वहीं इस वर्ष 1,82,714 अपराध घटित हुए जो पिछले साल से 6,464 कम हैं।

सबसे ज्यादा 51.56 फीसदी की कमी डकैती जैसे गंभीर अपराध में आई है। लूट 23.22%, नकबजनी 9.53%, सामान्य चोरी 6.51% और हत्या के मामले 7.15% घटे हैं। महिलाओं से संबंधित अपराध 7.91% घटे है और गैंगरेप के मामले 19.01% कम हुए है। छेड़छाड़ के अपराध 9.85% और क्रूरता व दहेज प्रताड़ना के अपराध 3.23% कम हुए हैं। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के खिलाफ होने वाले गंभीर अपराधों में 22.04 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले वर्ष इस अवधि में 4033 अपराध कुल घटित हुए थे और 2024 में यह घटकर 3144 रह गए हैं। इसी प्रकार एससी-एसटी के हॉटस्पॉट में भी कमी आई है, 14% घटे पॉक्सो के अपराध कम हुए हैं। दुष्कर्म के मामलों में 10.22 फीसदी की कमी आई है।

आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस को घेरा

SCRB के इन आँकड़ों के बाद प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ये अपराध की कमी के आंकड़े नहीं, ‘झूठी’ कांग्रेस के मुंह पर ‘तमाचा’ है। एक्स पर उन्होंने लिखा है कि ‘यूं तो प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती, परंतु जब कांग्रेस के  जीतू पटवार, उमंग सिंघार, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे जिम्मेदार नेता, प्रदेश की जनता को भ्रमित और मध्यप्रदेश को बदमान करते हैं। झूठ, फरेब और पाखंड की राजनैतिक रोटियां सेंकते हैं तब ऐसे आकंड़े कांग्रेस के इन भ्रष्टाचारी नेताओं की आखों से पट्टियां हटाते हैं। प्रदेश में जनहितैषी, गरीब कल्याण का उद्देश्य लेकर चलने वाली ‘मोहन’ सरकार कानून का पालन करने और करवाने के लिए जितनी सख्त है, उतनी संवेदनशील भी। यही कारण है कि लगातार अपराध से जुड़े मामले कम होते जा रहे हैं। मध्यप्रदेश को बदनाम करने का असफल प्रयास करने वाली कांग्रेस देख लें, यह तो भाजपा की मोहन सरकार का सिर्फ एक ट्रेलर है, जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने वाली भाजपा सरकार के विकास की कहानी तो अभी बाकी है।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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