भोपाल। लोकसभा चुनाव में इस बार हिंदुत्व का मुद्दा गरमाया हुआ है। भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर आरोप लगता रहा है कि उन्होंने हिंदु आतंकवाद जैसा शब्द दिया है। शनिवार को दिग्विजय अपना नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए। हिंदुत्व के सवाल पर उन्होंने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व जैसा शब्द उनकी डिक्शनरी में है ही नहीं। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व आतंक राकेश सिन्हा ने दिया था। वह अब बीजेपी में हैं इसलिए ये सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने कभी ऐसा शब्द इजात नहीं किया। हालांकि, इससे पहले दिग्गी के कई बयानों में भगवा आतंक के बारे में कहा सुना जाता रहा है।
दरअसल, नामांकन भरने के बाद दिग्विजय ने कई मामलों पर बयान दिया। उन्होंने विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर फर्जी वोटर आई पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, कांगेस की शिकायत पर विधानसभा चुनाव 36 लाख फर्जी वोटर हटाये थे। भोपाल संसदीय क्षेत्र में हमने फर्जी वोटर निकाले हैं। यही नहीं वोटर लिस्ट में दो तरह की अनियमित्ता भी सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि एक पते पर दस से अधिक नाम रजिस्टर हैं। जबकि, नियमानुसार केवल 10 लोगों ही एक पते पर वोटर लिस्ट में रजिस्टर हो सकते हैं। हमारी शिकायत अगर सही पाई जाती है सम्बंधित बूथ के बीएलओ के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया जाएगा।
गौरतलब है कि बीजेपी ने भोपाल से प्रज्ञा ठाकुर को मैदान में उतारा है। जिसके साथ ही हिंदुत्व का मुद्दा तेजी से गरमा गया है। बीजेपी और साध्वी का आरोप है कि दिग्विजय सिंह ने देश में सनातन घर्म का आपमान किया है। उन्होंने हिंदु धर्म को आतंक के साथ जोड़ा है। हिंदुत्व आतंक शब्द के जनक वही हैं। इन आरोपों का खंडन करते हुए दिग्विजय ने आज लंबे समय बाद चुप्पा तोड़ी। उन्होंने बीजेपी की सभी आरोप खारिज कर दिए।