अशोकनगर| गुना संसदीय क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार डॉ के पी यादव का प्रचार करने आये पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा उम्मीदवार की तुलना विभीषण से की है। अशोकनगर जिले के ईसागढ़ में सभा को संबोधित करते हुये शिवराज सिंह ने कहा जैसे रावण की लंका जलाने के लिये विभीषण की जरूरत पड़ी थी। क्योकि वह रावण के सारे राज जनता था। इसी कारण हमने विभीषण को ही इस बार यहां से लड़ा दिया है। शिवराज ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बिना कहा कि जिस तरह रावण की लंका जलाने लिये विभीषण की इसलिय जरूरत पड़ी थी क्योंकि वह सारे अमृत कुंड जानता था।
उल्लेखनीय है कि केपी यादव को भाजपा से टिकट दिलाने में शिवराज सिंह चौहान की अहम भूमिका मानी जा रही है। अशोकनगर जिले में अब तक चुनाव प्रचार में सबसे बड़ी सभा भी शिवराज सिंह की ही हुई है। मंच से बोलते हुये श्री चौहान ने केपी यादव के लिए वोट मांगते हुये कहा कि इस बार चूक ना हो जाये। उन्होंने कहा कि अगर केपी जीतते है तो यहां में भी कदम से कदम एवं कंधा से कंधा मिला कर चलूंगा साथ ही नरेंद्र मोदी से कह कर यहां विकास की गंगा वहां देंगे।
पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष भी विभीषण बता चुके है
ईसागढ़ की सभा में शिवराज सिंह चौहान द्वारा के पी यादव को विभीषण बताया गया हो यह पहली बार की घटना नहीं है। इससे पहले जब के पी यादव मुंगावली उपचुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे, तब भाजपा के तत्कालीन प्रदे��� अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने भी खुले मंच से केपी यादव को विभीषण कहा था । उन्होंने कहा था कि के पी यादव के रूप में हमारे पास विभीषण है और इस लड़ाई में हम उसका उपयोग करें।