नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केंद्रीय मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार जल्द होने जा रहा है। विस्तार में मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया को केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने के संकेत हैं। इसके साथ ही वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य के चलते कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री भी केंद्र में बुलाये जा सकते हैं।
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कोरोना की दूसरी लहर के चलते लंबे समय से चल रहा नरेंद्र मोदी कैबिनेट का इस पखवाड़े विस्तार होने की पूरी संभावना है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से लगातार बैठकें की है और केंद्र में चिंतन मनन चला है, उसे देखकर अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि किसी भी दिन केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। मध्य प्रदेश को इस कैबिनेट विस्तार में अहम जिम्मेदारी मिलने वाली है। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह तो मिलेगी ही साथ ही साथ में महत्वपूर्ण विभाग दिया जाएगा, इसकी पूरी उम्मीद है। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस सरकार में अहम मंत्रालय संभाल चुके हैं और जिन जिन मंत्रालय में रहे उन्होंने अपनी अलग छाप छोड़ी। उनके इसी अनुभव और कार्यकुशलता का लाभ मोदी कैबिनेट में लिया जाएगा।
इस बात की भी पूरी संभावना है कि लंबे समय से संगठन की जिम्मेदारी संभाल रहे मध्यप्रदेश के कद्दावर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय को भी मंत्रिमंडल में जगह मिले। दरअसल पिछले छह साल से लगातार बंगाल में जी तोड़ मेहनत कर कैलाश विजयवर्गीय ने जिस तरह से पार्टी को फर्श से अर्श तक पहुंचाया है उसे देखते हुए उन्हें इसका इनाम मिलना लगभग तय है। ऐसे में मध्य प्रदेश से किसी कैबिनेट मंत्री की छुट्टी भी की जा सकती है।
आने वाले राजनीतिक परिदृश्य में कुछ राज्यों के बारे में केंद्र को खबर मिली है कि राज्य का नेतृत्व अपनी क्षमता व असर खोता जा रहा है और ऐसे में आने वाले चुनावों के चलते पार्टी को मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि ऐसे चयनित राज्यों में वर्तमान में मुख्यमंत्री का दायित्व संभाल रहे नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल या संगठन में अहम जगह दी जाए और उनके स्थान पर अधिक सक्षम व कार्य कुशल नेतृत्व देकर पार्टी को मजबूत किया जाए। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा उत्तराखंड राज्य को लेकर है।