भोपाल। प्रदेश में सत्त्ता परिवर्तन के साथ ही कांग्रेस हाईकमान लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गया है। हाईकमान की निगाह अब मप्र में भाजपा के कब्जे से लोकसभा की ज्यादा से ज्यादा सीटें छीनना है। लोकसभा में कांग्रेस 24 सीट जीतने की तैयारी के साथ चुनाव में उतरेगी। इसके लिए कांग्रेस ने संगठनात्मक स्तर पर रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। जिसमें तय हुआ है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार चलाएंगे, जबकि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, अरुण यादव एवं अन्य नेता चुनाव में जुटेंगे।
लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर प्रदेश कांग्रेस की निकट भविष्य में राजधानी भोपाल में बड़ी बैठक होने वाली है। जिसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की हैसियत से मौजूद रहेंगे। बैठक में चर्चा होगी कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस का कौनसा नेता क्या जिम्मेदारी देखेगा। चुनाव में नेताओं को जिम्मेदारी पार्टी हाईकमान की ओर से सौंपी जाएगी। हालांकि पार्टी सूत्र बताते हैं कि विधानसभा चुनाव की तरह सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव अभियान की कमान संभालेंगे। जबकि राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह विधानसभा चुनाव की तरह मप्र में सिर्फ समन्वय तक सीमित रहेंगे, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान दिग्विजय का संगठन में ज्यादा दखल रहेगा।
राहुल गांधी खुद पूछेंगे दावेदार का नाम
लोकसभा चुनाव के लिए कांगे्रस टिकट के दावेदारों के लिए अभी से सर्वे शुरू करा रही है। सर्वे का आधार वही हो, जो विधानसभा चुनाव में अपनाया गया था। हालांकि लोकसभा चुनाव में टिकट तय होने से पहले पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से दावेदारों का नाम पूछेंगे। इसके लिए वे कॉफ्रेंस का सहारा लेंगे। यहां बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने मप्र में मुख्यमंत्री का चयन करने के लिए भी प्रदेश भर में चुनिंदा कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ताओं को फोन पर सुझाव मांगा था। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री के लिए राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के आॅप्शन दिए थे। जिसमें से कार्यकर्ता को एक नाम पर ओके करना था।
3 राज्यों की जीत से राहुल गांधी उत्साहित
कांग्रेस के दिल्ली सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी तीन राज्य मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़् में कांग्रेस की जीत से खासे उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि छह महीने बाद होने जा रहे लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी सरकार को हार का सामना करना पड़ सकता है। तीनों राज्यों में सरकार का गठन होने के बाद राहुल गांधी जल्द ही दिल्ली में सभी राज्यों के पार्टी पदाधिकारियों की दिल्ली में बैठक बुला सकते हैं। बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी। इसके बाद वे संगठन स्तर पर चुनाव की जिम्मेदारी तय कर सकते हैं।
20 से ज्यादा सीट छीनने पर रहेगा जोर
सत्ता बनते ही मप्र कांगे्रस लोकसभा चुनाव में भाजपा के कब्जे से ज्यादा से ज्यादा सीट छीनने की तैयारी में है। पीसीसी सूत्रों के अनुसार फिलहाल कांग्रेस 24 से ज्यादा सीट जीतने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके लिए कांग्रेस जल्द ही प्रदेश भर में अभियान चलाएगी। जिसमें कमलनाथ सरकार द्वारा लिए जा रहे लोकप्रिय फैसलों को जनता के बीच ले जाया जाएगा। साथ ही केंद्र की मोदी सरकार की खामियां गिनाई जाएंगी।