मध्य प्रदेश में सुशासन का प्रभाव: सीएम डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल में अपराधों में बड़ी गिरावट

SCRB द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार जनवरी से जुलाई 2024 के बीच प्रदेश में कुल अपराधों में 3.53% की कमी आई, जिससे राज्य की जनता को राहत मिली है। गंभीर अपराधों जैसे डकैती में 51.56%, लूट में 23.22%, और महिला अपराधों में 7.91% की गिरावट दर्ज की गई है। अनुसूचित जाति और जनजाति के खिलाफ अपराधों में 22.04% और बच्चों के खिलाफ पॉक्सो मामलों में 14% की कमी सुशासन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।

Dr Mohan Yadav CM MP

Impact of Good Governance in Madhya Pradesh : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में अपराधों के आंकड़ों में बड़ी कमी आई है, जो सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से जुलाई 2024 के बीच प्रदेश में कुल अपराधों में 3.53% की कमी दर्ज की गई है।

2023 में जहां इस अवधि के दौरान 1,89,178 अपराध दर्ज किए गए थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा घटकर 1,82,714 रह गया। यह 6,464 अपराधों की कमी को दर्शाता है, जो प्रदेश की जनता के लिए एक राहत भरी खबर है। इन आंकड़ों से साफ है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल में प्रदेश की कानून व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

गंभीर अपराधों में महत्वपूर्ण गिरावट

एससीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, गंभीर अपराधों जैसे डकैती में 51.56% की कमी आई है, जो सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है। लूट के मामलों में 23.22%, नकबजनी में 9.53%, सामान्य चोरी में 6.51%, और हत्या के मामलों में 7.15% की कमी आई है। यह दिखाता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार हो रहा है और लोगों का प्रशासन पर भरोसा बढ़ा है।

महिलाओं से संबंधित अपराधों में भी कमी

महिलाओं से जुड़े अपराधों में भी सुधार देखने को मिला है। 2024 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 7.91% की कमी आई है। गैंगरेप के मामलों में 19.01% की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि छेड़छाड़ के मामलों में 9.85% और क्रूरता तथा दहेज प्रताड़ना के मामलों में 3.23% की कमी आई है। यह महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

अनुसूचित जाति और जनजाति के खिलाफ अपराधों में सुधार

अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के खिलाफ होने वाले गंभीर अपराधों में भी 22.04% की कमी दर्ज की गई है। पिछले वर्ष इस अवधि में 4,033 ऐसे अपराध हुए थे, जबकि 2024 में यह संख्या घटकर 3,144 रह गई। एससी-एसटी के हॉटस्पॉट क्षेत्रों में भी अपराधों में कमी आई है, जो सामाजिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है।

पॉक्सो और दुष्कर्म के मामलों में कमी

बच्चों के खिलाफ यौन अपराध (पॉक्सो) के मामलों में 14% की कमी आई है, जबकि दुष्कर्म के मामलों में 10.22% की गिरावट दर्ज की गई है। यह राज्य सरकार की महिला और बाल सुरक्षा के प्रति सुदृढ़ नीतियों और प्रयासों का नतीजा है।

मध्य प्रदेश के लिए राहत भरी तस्वीर

इन आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में लंबे समय बाद अपराधों में इस तरह की व्यापक गिरावट देखने को मिली है। यह न केवल कानून व्यवस्था के सुधार को दर्शाता है, बल्कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में प्रशासन के सुशासन के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण भी है। प्रदेश की जनता के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है, जो राज्य को अपराधमुक्त और सुरक्षित बनाने की दिशा में बढ़ता कदम है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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