भोपाल। मध्य प्रदेश में नए साल में अब एक और बड़ी प्रशासनिक सर्जरी होना तय है। सीएम कमलनाथ विभागों का तालमेल बिठाने के लिए कई आईएएस को इधर से उधर करेंगे। सीएम नाथ मंगलवार को राजधानी में अपने संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा से वापस लौटे हैं। बताया जा रहा है जल्द ही एक और बड़ी प्रशासनिक सर्जरी देखने को मिलेगी। सीएम प्रशासनिक अफसरों, डीजी, एपी श्रीवास्तव और राजस्व विभाग से सदस्य गोपाल रेड्डी को मुख्य धारा में ला सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक श्रीवास्तव को एक बार फिर वित्त विभाग का एसीएस नियुक्त किया जा सकता है। रेड्डी को भी किसी बड़ी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। वहीं, एनवीडीए में लंबे समय से जमे रजनीश वैश्य का भी तबादला तय माना जा रहा है। पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के एसीएस इकबाल सिंह बैंस, हेल्थ विभाग की एएसीएस गौरी सिंह, ऊर्जा विभाग के एसीएस आईसीपी कैसरी क भी बदला जा सकता है।
प्रमुख सचिव के बात की जाए तो उनमें भी फेरबदल हो सकता है। बताया जा रहा है कि अनुराग जैन, मोहम्मद सुलेमान, जेएन कंसोटिया, संजय दुबे, नीरज मंडलोई, रश्मी अरूण शमी, मनीष रस्तोगी, दीपाली रस्तोगी और पल्लवी जैन गोविल को भी बदला जा सकता है। वहीं, संभागायुक्त के लिए इंदौर से राघवेंद्र सिंह, उज्जैन से एमबी ओझा, ग्लावियर से बीएम सर्मा, जबलपुर से आशुतोष आवस्थी और सागर से मनोहर दुबे को भी बदला जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक ये सब अफसर लंबे समय से एक ही जगह पर पोस्टिड हैं। वहीं, जिन निभागों में यह अफसर हैं वहां उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिलने पर भी इनका हटना तय है।
चुनाव आयोग की रजामंदी के बाद कुछ कलेक्टरों का भी तबादला होना है। राज्य सरकार चुनाव आयोग की इजाजत लेने के बाद कलेक्टरों को भी हटा सकती है। इससे पहले राज्य सरकार ने 32 जिलों के कलेक्टर बदले हैं। वहीं, खबर है कि राज्य सरकार कुछ राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरो को बड़े पदों पर नियुक्त कर सकती है।