भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना की दूसरी लहर समाप्त होने के साथ ही प्रदेश में सिंधिया समर्थकों की लंबे समय से चली आ रही इंतजार की घड़ी समाप्त होने को है। बुधवार को सिंधिया भोपाल में हैं और इस बात की पूरी उम्मीद है कि वह अपने समर्थकों को सत्ता और संगठन में स्थान दिलाने की कवायद करेंगे।
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लंबे इंतजार के बाद राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य (Jotiraditya Scindia) सिंधिया बुधवार की दोपहर एक बजे भोपाल पहुंचेंगे। यहां पर उनकी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत के अलावा कई मंत्रियों से भी मुलाकात होगी। दरअसल सिंधिया के कई समर्थक उनके कांग्रेस में आने के बाद से ही ताजपोशी का इंतजार कर रहे हैं। इनमें कुछ ऐसे हैं जो विधानसभा का उपचुनाव हार गए थे और अब इन्हें निगम मंडल या संगठन में एडजस्ट किया जा सकता है। इनमें सबसे पहला नाम इमरती देवी का है। इसके अलावा गिर्राज दंडोतिया को भी निगम या मंडल में जगह दी जा सकती है। एन्दल सिंह कंसाना और मुन्नालाल गोयल भी चुनाव हारने के बाद इस इंतजार में हैं कि उन्हें किसी न किसी पद पर स्थान मिल पाए।
सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाने वाले पंकज चतुर्वेदी भी अपनी काबिलियत और योग्यता के आधार पर अपनी मजबूत दावेदारी रखते हैं। इसके साथ ही भोपाल में सिंधिया समर्थक युवा नेता कृष्णा घाटगे भी प्रमुख दावेदारों में से हैं। सिंधिया इस दौरे के बाद दो दिन के लिए ग्वालियर चंबल संभाग जाएंगे और वहां कोरोना काल में दिवंगत हुए अपने कई समर्थकों के निवास पर जाकर संवेदना व्यक्त करेंगे। मध्यप्रदेश में इन दिनों सियासी मुलाकातों का जो दौर चल रहा है और जिसके चलते पारा गर्मी पर है, सिंधिया की मुलाकात उसे और ज्यादा बढ़ायेगी या कम करेगी, यह वक्त बताएगा।