भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 2014 बैच के IAS लोकेश कुमार जांगिड़ ने सामान्य प्रशासन विभाग को सात पेज का अपना जवाब भेजा है। सामान्य प्रशासन विभाग को दिए जवाब में उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सिरे से नकारते हुए उनका स्पष्टीकरण दिया है।बता दें कि सामान्य प्रशासन विभाग ने लोकेश को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
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पिछले एक सप्ताह से मध्य प्रदेश की प्रशासनिक व राजनीतिक हलकों में हलचल मचाये युवा आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ को सामान्य प्रशासन विभाग ने नोटिस जारी करके उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। दरअसल जांगिड़ पर यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने 31 मई 2021 को सामान्य प्रशासन विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी के साथ हुई अपनी बातचीत को वायरल कर दिया। इसके जवाब में लोकेश ने कहा है कि उन्होंने कोई भी ऐसी बातचीत, जो निजता की श्रेणी में आती हो, उसे वायरल नहीं किया बल्कि यह एक आधिकारिक बातचीत थी जो सामान्य रूप से सबके सामने स्पष्ट हो चुकी थी कि उनका तबादला बड़वानी से राज्य शिक्षा केंद्र कर दिया गया है और इसलिए उनके ऊपर गोपनीयता भंग करने का आरोप नहीं लगता।
इसके साथ ही जांगिड़ ने यह भी स्पष्टीकरण दिया है कि उन्होंने यह पूरा वाकया अपने बैच के कुछ साथियों को यह स्पष्टीकरण देने के लिए दिया था कि बड़वानी से हुआ उनका तबादला किसी वजह से नहीं बल्कि प्रशासनिक स्तर पर सामान्य रूप से हुआ है। जांगिड़ ने अपने जवाब में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के साथ-साथ भारतीय टेलीग्राफिक एक्ट व सिविल सेवा अधिनियम के कई उदाहरण दिए हैं और इन के माध्यम से अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को नकारते हुए सफाई पेश की है।