नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पेंशन नियम (pension rule) से लेकर बैंक चेक बुक (cheque book) पर खत्म होने तक, अगले महीने से कई बदलाव होने जा रहे हैं। यहां शीर्ष 5 प्रमुख नियमों की सूची दी गई है जो 1 अक्टूबर से बदल जाएंगे। विशेष रूप से इन परिवर्तनों से सामान्य व्यक्तियों के दिन-प्रतिदिन के जीवन पर असर पड़ने की संभावना है।
1 अक्टूबर से 80 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों या पेंशनभोगियों (pensioners) को अब सभी प्रधान डाकघरों के जीवन प्रमाण केंद्र में अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की सुविधा होगी। कार्य का पालन करने के लिए जमा करने की समय सीमा 30 नवंबर, 2021 है। इस बीच भारतीय डाक कार्यालय विभाग (Indian Post Office Department) को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि कार्रवाई के दौरान इन पेंशनभोगियों की आईडी सक्रिय हो।
चेक बुक नियम परिवर्तन
नियमों और विनियमों में नए बदलावों के अनुसार, तीन बैंकों अर्थात् ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक के पुराने चेक बुक और MICR कोड पर विचार नहीं किया जाएगा और वे अमान्य हो जाएंगे। पुरानी चेक बुक को रोक दिया जाएगा और मौजूदा MICR और IFSC कोड को नवीनीकृत करने की आवश्यकता होगी।
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ऑटो डेबिट सुविधा नियम परिवर्तन
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यह आवश्यक कर दिया है कि सभी बैंक एक अतिरिक्त कारक प्रमाणीकरण करें। इस नए बदलाव का मतलब यह होगा कि अमेज़न प्राइम (Amazon prime) और नेटफ्लिक्स (netflix) जैसे सब्सक्रिप्शन के लिए ग्राहक का अतिरिक्त मासिक उपयोगिता बिल ग्राहक की मंजूरी के बिना नहीं जाएगा। नोटिस (notice) की मंजूरी SMS या ई-मेल (E-mail) के जरिए मिलेगी।
नियम परिवर्तन से गुजरने के लिए निवेश
वित्त मंत्रालय के तहत आने वाली नियामक संस्था भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने बदलाव लाए हैं। परिवर्तन एएमसी, एसेट अंडर मैनेजमेंट में काम करने वाले जूनियर कर्मचारियों पर लागू होंगे। जूनियर कर्मचारियों को अपने वेतन का 10 प्रतिशत म्यूचुअल फंड की इकाइयों में निवेश करने की आवश्यकता है। बाद में 2023 में, कर्मचारियों को अपने सकल वेतन का कुल 20 प्रतिशत निवेश करना होगा। निवेश के अनुसार लॉक-इन अवधि होगी।