भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना संक्रमण काल ने जहां दुनियाभर में लोगों के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित किया है, वहीं आर्थिक क्षेत्र पर भी इसका मार पड़ी है। चाहे वो सरकारी उपक्रम हो या प्रायवेट सेक्टर, कोई इससे अछूता नहीं। भारतीय रेलवे (Indian Railway) को भी इससे भारी नुकसान हुआ है। पिछले साल की तुलना में इस साल प्लेटफॉर्म टिकिट की बिक्री से प्राप्त होने वाले राजस्व में 94 प्रतिशत कमी आई है। इसका खुलसा एक आरटीआई से हुआ है।
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सूचना के अधिकार के तहत ये जानकारी मध्यप्रदेश के चंद्रशेखर गौर ने मांगी थी। इसके जवाब में रेलवे ने बताया है कि साल 2019-20 में प्लेटफॉर्म टिकिट से प्राप्त होने वाली कमाई 160.87 करोड़ रूपये थी जोकि पिछले पांच साल का सर्वाधिक था। वहीं साल 2020-21 के फरवरी महीने तक प्लेटफॉर्म टिकिट की बिक्री से केवल 10 करोड़ की आय हुई। इस तरह इसमें 94 प्रतिशत की गिरावट आई है। सामान्यता प्लेटफॉर्म टिकिट की बिक्री से रेलवे को 131 करोड़ रूपये तक का राजस्व प्राप्त होता था।
बता दें कि मार्च 2020 में कोरोना संकट के मद्देनजर देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था और इस कारण रेलवे भी बंद था। इसके बाद भी लोगों की भीड़ को स्टशन पर आने से रोकने के लिए प्लेटफॉर्म टिकिट 10 रूपये से 30 रूपये कर दिया गया था और कुछ ज़ोन में तो इसे 50 रूपये तक कर दिया गया। रेलवे ने कहा था कि ये बढ़ोत्तरी अस्थायी है और लोगों को बेवजह प्लेटफॉर्म पर आने से रोकने के लिए ऐसा किया गया है।