Late Night Cravings : क्या आपको भी देर रात कुछ खाने की इच्छा होती है। हम सभी कभी न कभी लेट नाइट क्रेविंग्स महसूस करते हैं और ऐसे में जो भी उपलब्ध होता है वो खा लेते हैं। लेकिन लेट नाइट क्रेविंग्स में जंक या प्रोसेस्ड फूड जैसे चिप्स, नमकीन या नूडल्स स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इन खाद्य पदार्थों में बहुत मात्रा में फैट, सोडियम और चीनी होती है जो पाचन समस्याएं, वजन बढ़ने और स्लीप क्वालिटी पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
इसलिए देर रात के लिए हेल्दी स्नैक्स का चयन करना अच्छा होता है। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, प्रोटीन, फाइबर और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर विकल्प रात में बेहतर होते हैं। ये न सिर्फ शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं, बल्कि नींद में भी सुधार करते हैं और पाचन समस्याओं को रोकते हैं।
क्यों होती है Late-Night Cravings
लेट नाइट क्रेविंग के कई कारण हो सकते हैं। कई बार ये सिर्फ आपके मूड के कारण हो सकता है तो कई बार हॉर्मोनल बदलाव भी बड़ी वजह होते हैं। रात के समय शरीर में घ्रेलिन और लेप्टिन हार्मोन्स का असंतुलन हो सकता है, जो भूख के संकेत भेजते हैं। ग्रेलिन भूख को बढ़ाता है, जबकि लेप्टिन संतुष्टि का संकेत भेजता है। रात के समय घ्रेलिन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे भूख महसूस होती है। वहीं अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तब भी शरीर में कोर्टिसोल और घ्रेलिन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे आपकी भूख बढ़ जाती है और नाइट क्रेविंग्स हो सकती हैं। कई बार मानसिक तनाव, चिंता या उबाऊ दिनचर्या की वजह से रात को अधिक खाने की इच्छा हो सकती है। यह एक प्रकार की इमोशनल ईटिंग भी हो सकती है। अगर आपके दिनभर के खाने में पर्याप्त पोषण की कमी रही हो तब भी रात में शरीर कैलोरी की मांग करता है, जिससे लेट नाइट क्रेविंग्स होती हैं।
रात के समय इन चीजों से बचें
लेट नाइट क्रेविंग के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों से बचना जरूरी है, क्योंकि वे न सिर्फ स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं बल्कि नींद और पाचन को भी प्रभावित कर सकते हैं।
1. तला-भुना और जंक फूड : पिज़्ज़ा, बर्गर, चिप्स, फ्रेंच फ्राइज़ जैसी चीजें फैट और कैलोरी से भरपूर होती हैं, जो पचने में अधिक समय लेती हैं। रात में मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिससे ये वसा के रूप में शरीर में जमा हो सकते हैं। यह पेट में भारीपन और एसिडिटी का कारण बन सकते हैं, जिससे नींद डिस्टर्ब हो सकती है।
2. मीठे खाद्य पदार्थ और डेसर्ट : पेस्ट्री, केक, कुकीज़, चॉकलेट, मिठाइयां इन सभी में रिफाइंड शुगर अधिक मात्रा में होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ा सकती है। यह ऊर्जा के स्तर को अस्थायी रूप से बढ़ाता है, जिससे नींद में खलल पड़ता है। बहुत ज्यादा शुगर खाने से वजन बढ़ सकता है और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
3. कैफीन युक्त खाद्य और पेय : रात के समय चाय, कॉफी, चॉकलेट, एनर्जी ड्रिंक्स से बचना चाहिए। इनमें मौजूद कैफीन सेंट्रल नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करता है, जिससे नींद आने में दिक्कत हो सकती है। यह बेचैनी और अनिद्रा (insomnia) का कारण भी बन सकता है।
4. अत्यधिक मसालेदार भोजन : तीखी करी वाले व्यंजन, चटपटी चाट, मसालेदार भोजन एसिडिटी बढ़ा सकते हैं। इससे हार्टबर्न (सीने में जलन) और अपच हो सकता है, जिससे नींद प्रभावित होती है। ये स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं।
5. अल्कोहल : अल्कोहल शरीर को डिहाइड्रेट करता है और नींद के पैटर्न को बाधित करता है। यह लीवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है और देर रात शरीर को आराम करने नहीं देता।
हेल्दी स्नैक्स को बनाएं अपनी रात की भूख का साथी
लेट नाइट क्रेविंग्स को शांत करने के लिए हेल्दी स्नैक्स का चुनाव करना महत्वपूर्ण है। ऐसे स्नैक्स न केवल आपकी भूख को संतुष्ट करते हैं बल्कि पाचन को बेहतर रखते हैं, नींद में बाधा नहीं डालते और वजन बढ़ने का खतरा भी कम करते हैं। हमस और वेजिटेबल स्टिक प्रोटीन और फाइबर से भरपूर है और देर रात के लिए बेहतरीन विकल्प है। वहीं, ग्रीक योगर्ट और ताजे फल जैसे सेब, केले या बेरीज़ को शहद में डालकर खाएं। यह स्वादिष्ट, हेल्दी और प्रोटीन से भरपूर स्नैक है। रात के समय आप 5-6 बादाम, 3-4 अखरोट के टुकड़े और कुछ अन्य सूखे मेवे खा सकते हैं। यह ओमेगा-3 और प्रोटीन से भरपूर होते हैं, जो भूख को शांत करते हैं। ओट्स, चिया सीड्स, आलमंड दूध, शहद या मेपल सिरप भी अच्छा विकल्प हो सकता है।