कोलकाता, डेस्क रिपोर्ट। क्या बिल्लियों (cat) से वायु प्रदूषण (air pollution) होता है। इस बात का पता लगाने के लिए अब एनजीटी (NGT) तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस बारे में शिकायत मिलने के बाद ये कदम उठाया गया है।
ये मामला कोलकाता (Kolkata) का है। दरअसल एक रिहायशी अपार्टमेंट के निवासियों ने ये शिकायत की है कि उनके यहां दर्जनों बिल्लियों के कारण वायु प्रदूषण हो रहा है। उनका कहना हे कि बिल्लियों के बालों, रूसी और यूरिन के कारण वहां प्रदूषण फैल रहा है। दरअसल सोसाइटी के एक फ्लैट मालिक ने अपने घर करीब 20-25 बिल्लियों को पाला हुआ है। इसी के साथ वो सड़क पर घूमने वाली अन्य 15-20 बिल्लियों को भी खाना खिलाते हैं। रहवासियों का कहना है कि इस कारण उनके क्षेत्र में हर जगह कूड़ा, जानवरों की गंध, उनके मल मूत्र की गंध फैली रहती है, साथ ही हवा में उनके बाल और रूसी उड़ते रहते है और इससे वायु प्रदूषण फैल रहा है।
इस शिकायक के बाद अब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने यह पता लगाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है। ये समिति पता लगाएगी कि क्या परिसर के निवासियों के आरोप के मुताबिक वास्तव में वायु प्रदूषण हो रहा है अथवा नहीं। बिल्लियों के कारण वायु प्रदूषण होने की इस अनोखी शिकायत को लेकर अब जांच की जाएगी।