जबलपुर, संदीप कुमार। शहर के तालाबों की दुर्दशा पर नगर निगम ने हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट में बताया गया कि शहर में कुल 36 तालाब हैं। तालाबों के सीमांकन के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है। सीमांकन होने से तालाब में अतिक्रमण की स्थिति साफ हो पाएगी। अदालत ने चार महीने का समय देते हुए अगली सुनवाई 26 मार्च को निर्धारित की है। युगलपीठ ने याचिकाकर्ता को भी निर्देश दिया है कि वो भी तालाबों का निरीक्षण कर अतिक्रमण के बारे में रिपोर्ट पेश करे।
गायब हो गया तालाबों का शहर जबलपुर
गढा निवासी विजित साहू ने ये याचिका दायर की थी. याचिका में कहा गया था कि जबलपुर की पहचान 52 तालाब वाले शहर के तौर पर होती थी। पर अतिक्रमण के कारण कई तलाबों का अस्तित्व खत्म हो गया। अतिक्रमण और कचरा डंपिंग के कारण बचे हुए तालाबों पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
Read More: Job Alert: मप्र में यहां निकली वैकेंसी, जानिए डिटेल्स और अंतिम तारीख
याचिका में ये भी कहा गया है कि पंडा की मढिया में इमरती तालाब की जमीन पर अतिक्रमण कर पक्का निर्माण भी कर लिया गया है। सुनवाई में नगर निगम ने बताया था, कि इमरती तालाब के अतिक्रमणों को हटा दिया गया है। आज की सुनवाई में नगर निगम ने बताया, कि तालाबों की जमीन का सीमांकन करने के बारे में जिला कलेक्टर को पत्र लिखा गया है।