अतुल सक्सेना//ग्वालियर ।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद उनके समर्थक मंत्रियों,विधायकों के लगातार इस्तीफों के चलते कमलनाथ सरकार पर संवैधानिक संकट आ गया है। अभी तक 20 विधायकों के इस्तीफे हो चुके हैं जिसे बाद जो तस्वीर आई है उस हिसाब से कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है। आंकड़ों की बात की जाए तो 20 विधायकों के इस्तीफे के बाद मप्र विधानसभा की मौजूदा संख्या अब 208 रह गई है।
इसके बाद बहुमत का आँकड़ा 105 पर आ गया है। बीजेपी की वर्तमान स्थिति की बात की जाए तो उसके साथ 107 विधायक हैं जबकि कॉंग्रेस के पास 94 विधायक ही बचे हैं। और अभी और विधायकों के इस्तीफे हो सकते हैं। इनके अलावा 4 निर्दलीय, 2 बसपा और 1 सपा का विेधायक है जो बदलती राजनैतिक परिस्थितियों में कहीं भी जा सकते हैं। अब जो हालत है उसमें एक विकल्प ये बन सकता है कि भाजपा आज के घटनाक्रम के बाद कमलनाथ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है और उसे बहुमत सिद्ध करने के लिए चुनौती दे सकती है। इसे अलावा भाजपा राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का प्रस्ताव भी पेश कर सकती है।