पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार पर बिजली उपभोक्ताओं के शोषण का आरोप लगाते हुए कहा है कि महंगाई से पहले ही त्रस्त जनता पर नए स्मार्ट मीटरों का बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन मीटरों के बारे में आरोप है कि ये पहले से चल रहे डिजिटल इलेक्ट्रिक मीटरों की तुलना में ज़्यादा बिजली खपत दिखा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह बिजली उपभोक्ताओं का शोषण है। जो उपभोक्ता जितनी बिजली की खपत कर रहा है उससे न्यायपूर्ण ढंग से ही बिजली के मूल्य की वसूली की जा सकती है। इसी के साथ मांग की है कि मीटरों की पहले पूरी तरह जांच की जाए और सही चलने वाले मीटर लगाए जाएं।
स्मार्ट मीटर को लेकर सरकार पर निशाना
कमलनाथ ने बिजली के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा कि ‘मध्यप्रदेश की जनता पहले ही महंगाई से परेशान है। ऐसे में उनपर इन स्मार्ट मीटर्स को थोपना सरासर उत्पीड़न और अन्याय है। उपभोक्ता जितनी बिजली खपत करता है, उसी के आधार पर न्यायपूर्ण ढंग से बिजली बिल की वसूली होनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के नागरिक पहले ही देश में सबसे महंगी बिजली दरों, डीजल और पेट्रोल की कीमतों का बोझ झेल रहे हैं। ऐसे में तेज चलने वाले मीटर्स लगाना उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है।
कमलनाथ ने सरकार से की मांग
कांग्रेस नेता ने इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार से मांग की है कि उपभोक्ताओं के ऊपर ज़्यादा रीडिंग दिखाने वाले तेज चलने वाले मीटर न थोपे जाएं। उन्होंने कहा कि ‘मीटरों की पहले विधिवत जांच की जाए और सही चलने वाले मीटर लगाए जाएं।’ बता दें कि इन स्मार्ट मीटर्स के खिलाफ कई उपभोक्ताओं ने शिकायत की है।लोगों का आरोप है कि ये मीटर अधिक बिजली खपत दिखा रहे हैं जिससे बिल ज्यादा आ रहे हैं। इस मुद्दे पर अब कांग्रेस ने सरकार से स्मार्ट मीटर्स की जगह सही रीडिंग लेने वाले मीटर लगाए जाएं।
मध्य प्रदेश की जनता पहले ही महँगाई से त्रस्त है। ऐसे में प्रदेश में इस तरह के नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं जिनके बारे में आरोप है कि पहले से प्रचलित डिजिटल इलेक्ट्रिक मीटर की तुलना में ज़्यादा बिजली खपत दिखाते हैं।
यह बिजली उपभोक्ताओं का शोषण है। जो उपभोक्ता जितनी बिजली की… pic.twitter.com/7FK13Cy0L4
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 25, 2025





