मादा चीता ‘साशा’ की मौत के बाद उठे कई सवाल, वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट ने की जांच की मांग

Demand for investigation on the death of cheetah Sasha : कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता साशा की मौत के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने कहा है कि इसके लिए चीता प्रोजेक्ट से जुड़े मप्र के वन विभाग के बड़े अफसर जिम्मेदार हैं और इनको सजा मिलनी चाहिए। उन्होने कहा कि माधव नेशनल पार्क, ग्वालियर के सीसीएफ और सिंह परियोजना के तहत चीता प्रोजेक्ट की 3 जिम्मेदारी निभाने वाले उत्तम शर्मा को तत्काल हटाकर मामले की जांच हो। साथ ही ये भी जांच का विषय है कि करोड़ों रुपए खर्च कर पिछले 2 वर्षो से नामीबिया और साउथ अफ्रीका में चीता प्रबंधन सीखने गए वन मंत्री, अपर मुख्य सचिव वन, पीसीसीएफ मप्र सहित वन अफसरों की टीम बीमार चीता क्यों भारत लाए ?

अजय दुबे ने कहा कि चीता प्रोजेक्ट देख रहे उत्तम शर्मा के पन्ना टाइगर रिजर्व रहते हुए कई टाइगर मारे गए जिसमे 2 सैटेलाइट कॉलर पहने टाइगर थे। इसी के साथ उन्होने ये भी कहा कि जब मध्य प्रदेश के वन अधिकारियों ने ही नामीबिया में चीतों का चयन किया था। तो वो वहां से जब स्वस्थ चीता लेकर आए थे यहां बीमार कैसे हुआ ? उन्होने कहा कि एक ही व्यक्ति को तीन पदों का चार्ज दे दिया गया जबकि पहले ही मांग उठ रही थी कि यहां पर बेहतर वाइल्ड लाइफ ट्रेंड अफसर लाए जाए। इसी के साथ उन्होने कई तरह के सवाल उठाए है और सरकार से जांच की मांग की है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।